क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके दिग्गज खिलाड़ी एक बार फिर से मैदान पर नजर आने वाले हैं. दरअसल रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का दूसरा संस्करण 4 जून से शुरू हो रहा है. टूर्नामेंट के लिए कुल तीन स्थानों लखनऊ, इंदौर और जोधपुर को चुना गया है.
अबकी बार रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी भी भाग लेने जा रहे है. इसके अलावा भारत , ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और इंग्लैंड के दिग्गज भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे. फाइनल मुकाबला 4 जून को खेला जाएगा.
रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं खेल मंत्रालय की एक संयुक्त पहल है. 30-दिवसीय टूर्नामेंट भारत और दुनिया भर में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से खेला जाता है.
गडकरी ने कही ये बात
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'रोड सेफ्टी क्रिकेट सीरीज सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए एक बहुत अच्छी पहल है. हम चाहते हैं कि इस देश में हर व्यक्ति जागरूक हो और सड़क पर हर नियम और कानून का पालन करे. ऐसा होने के लिए हमें लोगों में जागरूकता पैदा करनी होगी. मुझे दृढ़ विश्वास है कि यह सीरीज भारतीय सड़कों पर जीवन बचाने के लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब रहेगी.
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मुझे यकीन है कि रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देगी और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों की मानसिकता को प्रभावित करने के लिए एक आदर्श मंच के रूप में काम करेगी.'
भारत ने जीता था पहला खिताब
इंडिया लीजेंड्स ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के पहले सीजन का खिताब जीता था. फाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी खेलने उतरी भारतीय टीम ने श्रीलंका लीजेंड्स को 14 रनों से मात दी थी. श्रीलंका ऑलराउंडर तिलकरत्ने दिलशान प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे.
इस तरह की सीरीज आयोजित करने के पीछे मुख्य उद्देश्य दुनिया में सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देना और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों के दृष्टिकोण को बदलना है. यह लीग इस संदेश प्रसारित करने के लिए एक आदर्श मंच होगा क्योंकि क्रिकेट निस्संदेह दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले खेलों में से एक है.