आईपीएल के शुरू में लगातार चार मैच गंवाने के बावजूद चैंपियन बनने वाली टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम ने हर मैच को फाइनल की तरह लिया. जिसके चलते उनकी टीम शानदार वापसी करने और खिताब जीतने में सफल रही. पहले छह मैचों में से पांच में हार झेलनी वाली मुंबई इंडियन्स ने अपने जज्बे और जुझारूपन का शानदार नमूना पेश किया, और अपने आखिरी आठ मैचों में से सात में जीत दर्ज करके लीग चरण में नंबर दो पर रहा.
रोहित ने मैच के बाद कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो पासा पलटने जैसी कोई चीज नहीं थी. हम जानते थे कि जब भी हमें हार मिलेगी हम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे और हमने प्रत्येक मैच को फाइनल की तरह लिया. जैसे कि यह हमारा आखिरी मैच हो.' रोहित ने दो बार के विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और मुंबई इंडियन्स के कोच रिकी पॉन्टिंग को भी टीम की वापसी का श्रेय दिया और कहा कि पॉन्टिंग ने उनकी कप्तानी को निखार दिया है.
रोहित ने कहा कि असल में मैंने सरल तरीका अपनाया. मैंने अपने मजबूत पक्षों पर गौर किया और मैदान पर खुद पर भरोसा किया. हमने पिछले दो महीनों में जो रणनीति बनायी थी वह आखिर में काम आई. रोहित ने इसके साथ ही सहयोगी स्टाफ की भी तारीफ की जिसने हर चुनौती का अच्छी तरह से सामना किया. उन्होंने कहा कि ऐसा भी दौर था जब हम मैच नहीं जीत रहे थे. कप्तान होने के नाते टीम को एकजुट रखना महत्वपूर्ण था.
मुंबई के कप्तान ने कहा कि टॉस गंवाना अच्छा रहा. रोहित ने कहा कि जब धोनी ने कहा कि वह पहले फील्डिंग करना चाहेंगे तो मैं अंदर से थोड़ा खुश था.
इनपुट: भाषा