रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड को पूरी उम्मीद है कि 2023 में घरेलू सरजमीं पर होने वाले 50 ओवरों के वर्ल्ड कप में उनका शिष्य दमदार प्रदर्शन करेगा. पिछले साल वर्ल्ड कप में रोहित ने 5 शतक जमाए, लेकिन टीम सेमीफाइनल में हार गई थी. रोहित को हाल में भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया.
मुंबई में काफी मशहूर क्रिकेट कोच लाड ने मराठी क्रिकेट चैट शो ‘कॉफी क्रिकेट अनी बरेच कही’ में कहा, ‘खेल रत्न मिलना बहुत बड़ी उपलब्धि है. मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए लेकिन अगर एक गरीब लड़के में प्रतिभा है और वह इसे साबित भी करता है और भाग्य भी साथ दे तो वह लड़का आसमान छू सकता है और इसका जीता जागता उदाहरण रोहित शर्मा हैं.’
उन्होंने कहा, ‘उसने यह सब कुछ अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा के दम पर हासिल किया. मुझे उम्मीद है कि आगामी 50 ओवरों के विश्व कप में रोहित को अपनी काबिलियत के दम पर भारत को जीत दिलानी चाहिए.’ लाड ने रोहित को पहली बार देखने का किस्सा भी बताया.
उन्होंने कहा, ‘बोरिवली में एक शिविर आयोजित हुआ था और कुछ मैच कराए गए थे. मैंने अपने स्कूल की टीम को उसमें खिलाया था. मेरी और रोहित की टीम फाइनल में पहुंची थी, यह सीमेंट के विकेट पर 10 ओवरों का मैच था और हम उस मैच को जीते थे.’
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— Rohit Sharma (@ImRo45) August 25, 2020
उन्होंने कहा, ‘हमारा स्कूल नया था और मैं प्रतिभाशाली बच्चों की खोज में रहता था, जिस तरह से रोहित ने गेंदबाजी की थी, मैं काफी प्रभावित हुआ था और मैंने सोचा कि हमें इस बच्चे को अपने स्कूल में लेना चाहिए.’ लाड के अनुसार रोहित के अंकल स्कूल की फीस नहीं भर सकते थे और उनके कहने पर रोहित को स्कूल में मुफ्त में भर्ती कराया गया.
उन्होंने कहा, ‘मैंने स्कूल के निदेशक से उसकी फीस कम करने को कहा और रोहित पहला बच्चा था जिसके लिए मैंने ऐसा किया था. उस समय मैंने नहीं सोचा था कि वह भारत के लिए खेलेगा. उन्होंने उसे स्कूल में भर्ती कर लिया. अगर उस समय ऐसा नहीं हुआ होता तो आप रोहित शर्मा को नहीं देख पाते.’