Team India T20 World Cup 2022: ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय क्रिकेट टीम का सफर खत्म हो गया है. सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी. इस मैच में भी भारतीय टीम ने वही गलती दोहराई, जो पूरे टूर्नामेंट में करती आ रही थी.
दरअसल, हम ओपनिंग जोड़ी को लेकर बात कर रहे हैं. पूरे सीजन में सभी ने पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की जमकर आलोचना की. कहा कि दोनों अच्छे स्ट्राइक रेट से रन नहीं बना रहे और पाकिस्तान को हार के साथ इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
बाबर-रिजवान ने तो पाकिस्तान को फाइनल में पहुंचाया
गिरते-पड़ते पाकिस्तान ने सेमीफाइनल में जगह बनाई और इस बड़े मैच में यही ओपनिंग जोड़ी मैच विनर भी साबित हुई. बाबर-रिजवान ने सेमीफाइनल में शतकीय साझेदारी करते हुए न्यूजीलैंड जैसी टीम को शिकस्त दी थी. मगर बाबर-रिजवान की आलोचना के बीच फैन्स भारतीय टीम की ओपनिंग जोड़ी पर ध्यान देना भूल गए.
...मगर रोहित और राहुल टीम को पार नहीं लगा सके
रोहित शर्मा की इस बड़ी गलती को किसी नहीं पकड़ा कि टूर्नामेंट में भारतीय ओपनिंग जोड़ी भी लगातार फेल हो रही है. सबसे बड़ी बात तो कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म ही थी. वह लगातार फेल रहे और खराब स्ट्राइक रेट के साथ खेलते रहे. उन पर अच्छी शुरुआत देने का दारोमदार था, लेकिन वह लगातार टीम को ही दबाव में डालते रहे.
#TeamIndia put up a fight but it was England who won the match.
— BCCI (@BCCI) November 10, 2022
We had a solid run till the semifinal & enjoyed a solid support from the fans.
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दूसरी ओर केएल राहुल भी छोटी टीमों के खिलाफ रन बना रहे थे. जबकि बड़ी टीमों के खिलाफ उनका बल्ला दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू रहा था. इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में राहुल ने 5 बॉल पर सिर्फ 5 रन बनाए. जबकि रोहित ने 28 गेंदें खेलीं और सिर्फ 27 रन बना सके. दोनों के इस प्रदर्शन का खामियाजा भारतीय टीम को हार के साथ भुगतना पड़ा.
शुरुआती तीन मैचों के बाद ही राहुल को बाहर करना था
रोहित शर्मा का यह टी20 वर्ल्ड कप किसी बुरे सपने से कम नहीं होगा. उन्होंने इस सीजन में 6 मैच खेले, जिसमें 19.33 की औसत से सिर्फ 116 रन बनाए. जबकि केएल राहुल ने भी 6 मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 21.33 की खराब औसत से सिर्फ 128 रन बनाए. इस सीजन के शुरुआती तीन मैचों में तो राहुल ने सिर्फ 22 रन ही बनाए थे. उन्हें तभी बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.