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रिटायर नहीं हो रहे हैं धोनी, कहा- अभी इतना बूढ़ा नहीं हुआ हूं

टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी अभी रिटायर नहीं हो रहे. यह संकेत उन्होंने 2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम की हार के बाद दिया. उन्होंने यह भी कहा कि वो 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप तक खेलते रहने का फैसला 2016 टी20 वर्ल्ड कप के बाद लेंगे.

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2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में धोनी ने 65 रनों की पारी खेली
2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में धोनी ने 65 रनों की पारी खेली

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टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी अभी रिटायर नहीं हो रहे. यह संकेत उन्होंने 2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम की हार के बाद दिया. उन्होंने यह भी कहा कि वो 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप तक खेलते रहने का फैसला 2016 टी20 वर्ल्ड कप के बाद लेंगे.

अगले वर्ल्ड कप में खेलने के बारे में पूछे जाने पर धोनी ने कहा, ‘मैं अब 33 का हो गया हूं. अभी फिट हूं. अगले साल टी20 वर्ल्ड कप है, तभी 2019 वर्ल्ड कप के बारे में फैसला लूंगा.’

मैच के बाद धोनी ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया ने बहुत अच्छी क्रिकेट खेली. 300 से ऊपर का लक्ष्य हमेशा ही कठिन होता है. वो 350 रनों से अधिक बना सकते थे. हमने बैटिंग की शुरुआत ठीक ही की लेकिन उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की, उनके रिवर्स स्विंग काम करते रहे. हमें स्टार्ट अच्छा मिला था. 12 ओवरों तक विकेट नहीं गिरे थे. पार्टनरशिप अच्छी मिलती तो गेम कुछ और नतीजा लेकर आता. टूर्नामेंट से पहले के प्रदर्शन के आधार पर हम यहां तक पहुंचे इसकी हमें खुशी है.’

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धोनी ने आगे कहा, ‘शिखर ने अच्छी शुरुआत दी. शिखर उस समय आउट हो गए जब हम उनके गेंदबाजों को प्रेशर में डाल सकते थे. तब बड़े शॉट की जरूरत नहीं थी. लेकिन जब आप 300+ स्कोर चेज़ करते हैं तो वो हो जाता है जो आप नहीं चाहते हैं. मेरे सामने बहुत बड़ा लक्ष्य था, लोअर ऑर्डर ऐसे कंडीशन में ज्यादा सहयोग नहीं दे सकता. अधिकतर टीमों का बल्लेबाजी क्रम अंत तक है.’

धोनी ने इस दौरान अपने बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘रहाणे एक अच्छा क्रिकेटर है. टेस्ट से लेकर वनडे तक उसकी बैटिंग में सुधार आता गया है.’

इसके बाद उन्होंने फैन्स को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहता हूं. जब आप क्रिकेट खेलते हैं तो चाहते हैं कि लोग आएं और मैच देखें. हम यहां चार महीने तक थे और हमारे प्रशंसक इस दौरान यात्राएं कर हमारा उत्साह बढ़ाते रहे.’

मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में धोनी ने चार महीनों के इस दौरे के अंत में भारतीय क्रिकेट को मिले फायदे को गिनाया. उन्होंने कहा कि हमारे बॉलर्स और बैट्समैन यहां से बहुत कुछ सीख कर जा रहे हैं, उन्हें इस अनुभव को जेहन में रखते हुए आगे क्रिकेट खेलनी होगी.

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यह पूछे जाने पर कि यहां उन्हें क्या क्या सकारात्मक चीजें मिलीं. उन्होंने कहा, ‘काफी पॉजिटिव है, फास्ट बॉलर्स अच्छी बॉलिंग डाल रहे हैं. बैस्टमैन पेस से पीछे नहीं हटे. इस बैटिंग ऑर्डर को आने वाले सालों में आप अच्छा खेलते हुए देखेंगे. सबसे ज्यादा हेल्प फास्ट बॉलर्स को मिलेगा. उन्हें अपने यहां के अनुभव को याद रखना होगा.’

साथ ही धोनी ने इस बात के लिए सचेत भी किया कि तेज गेंदबाजों को डोमेस्टिक क्रिकेट ज्यादा नहीं खेलने चाहिए. उन्होंने कहा, ‘ये प्रॉब्लम हमारे सेटअप में हमेशा रहती है. वहां मानिटर नहीं होता कि फास्ट बॉलर कितनी बॉलिंग करता है. फास्ट बॉलर्स का वर्क लोड बहुत ज्यादा है. उन्हें डोमेस्टिक बहुत नहीं खेलना चाहिए. टेस्ट, वनडे, टी20 के साथ डोमेस्टिक भी खेलना पड़ता है. समय भी अधिक नहीं मिल पाता है. इसकी वजह से एक अच्छा तेज गेंदबाज 145 की बजाय 132 वाला बॉलर बन जाता है.’

जब संवाददाता सम्मेलन में उनसे यह पूछा गया कि कहीं कल ही वो रिटायरमेंट की घोषणा तो नहीं कर देंगे. धोनी ने कहा, ‘अभी इतना बूढ़ा नहीं हुआ हूं. आप लोग बनाओ, ये कि मेरी बॉडी कितना प्रेशर अभी और ले सकती है. लेकिन सच मानो उसके उलट ही होगा.’

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