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IPL-6 स्पॉट फिक्सिंग फैसलाः श्रीसंत के 'दिल जीत' लेने वाले पांच बयान

आईपीएल-6 स्पॉट फिक्सिंग केस में राजस्थान रॉयल्स के तीन आरोपी क्रिकेटरों के लिए शनिवार का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा. एस श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को पहले तो दिल्ली ही पटियाला कोर्ट ने बरी किया.

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एस श्रीसंत
एस श्रीसंत

आईपीएल-6 स्पॉट फिक्सिंग केस में राजस्थान रॉयल्स के तीन आरोपी क्रिकेटरों के लिए शनिवार का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा. एस श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को पहले तो दिल्ली ही पटियाला कोर्ट ने बरी किया. कोर्ट के फैसले से जहां तीनों खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं था वहीं बीसीसीआई ने इन्हें बड़ा झटका दे डाला.

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बीसीसीआई ने साफ कर दिया कि वो इन खिलाड़ियों पर लगा आजीवन प्रतिबंध नहीं हटाएगा. कोर्ट के फैसले के बाद श्रीसंत इतने भावुक हो गए थे कि अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके और रो पड़े. श्रीसंत के मुंह से कुछ बड़े बयान भी निकले. इन बयानों से आप उनकी भावनाओं का अंदाजा भी लगा सकते हैं.

'क्रिकेट खेलने के लिए ही पैदा हुआ हूं'
कोर्ट का फैसला आने बाद श्रीसंत ने कहा, 'मैं क्रिकेट खेलने के लिए ही पैदा हुआ हूं. आने वाले समय में मैं फिर से क्रिकेट खेलना पसंद करूंगा. मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. मैं अब अपनी ट्रेनिंग फिर से शुरू करना चाहता हूं. उम्मीद है कि बीसीसीआई से भी मुझे इसकी इजाजत मिल जाएगी. मुझे बहुत राहत मिली है. मैं फैसला सुनकर अपने आंसुओं को रोक नहीं पाया.'

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'अतीत में बहुत कुछ सहा है'
'एक क्रिकेटर के लिए इससे बुरा क्या हो सकता है कि वह स्टेडियम के पीछे खड़ा है और उसमें खेल नहीं सकता. मैंने बहुत कुछ सहा है लेकिन वह अतीत की बात है. मैं अब आगे की सोच रहा हूं और अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा.'

'बेटी मुझे आतंकवादी ना समझे कभी'
'मेरी बेटी तीन महीने की है. जब वह बड़ी होकर मेरा नाम गूगल करेगी तो मैं चाहता हूं कि वह मुझे क्रिकेटर के रूप में पाए, आतंकवादी के रूप में नहीं. मैंने जब दाऊद इब्राहिम के साथ अपनी तस्वीर फ्लैश होते देखी तो मैं स्तब्ध रह गया. मैं हैरान था कि मैंने ऐसा क्या कर दिया है.'

'पिता को दो बार आ चुका है हार्ट अटैक'
'मेरे पिता को दो बार दिल का दौरा पड़ चुका है. उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई है. जब बेटे को तिहाड़ जेल भेजा गया तो पिता पर क्या गुजरी होगी.'

'नहीं जाऊंगा बीसीसीआई के फैसले के खिलाफ'
'आजीवन प्रतिबंध के बीसीसीआई के फैसले को मैं चुनौती नहीं दूंगा. मैं फैन्स, परिवार और मीडिया को सपोर्ट के लिए शुक्रिया अदा करता हूं. मैं आज जो कुछ भी हूं वो बीसीसीआई की वजह से हूं मैं आजीवन प्रतिबंध को चुनौती नहीं दूंगा. बीसीसीआई ने मुझे मेरे ऊपर लगे आरोपों की वजह से प्रतिबंधित किया था. अब मुझे बरी कर दिया गया है इसलिए उम्मीद है कि क्रिकेट मैदान पर भी जल्द लौटूंगा.'

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