अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 34 हजार 357 रन और 100 शतक बनाने वाले महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपने करियर में हमेशा दो बातों का मलाल रहेगा. तेंदुलकर ने एक वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा कि मुझे सुनील गावस्कर और विवियन रिचर्ड्स के साथ नहीं खेल पाने का हमेशा मलाल रहेगा.
सचिन ने कहा, 'मुझे दो बातों का मलाल है. पहला ये कि मैं कभी भी सुनील गावस्कर के साथ नहीं खेल पाया. जब मैं बड़ा हो रहा था तो सुनील गावस्कर मेरे बैटिंग हीरो थे. एक टीम के तौर पर उनके साथ नहीं खेलने का हमेशा मलाल रहेगा. वह मेरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने से कुछ पहले ही संन्यास ले चुके थे.'
2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है. भारत के लिए 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेलने वाले तेंदुलकर के नाम टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक दर्ज हैं.
इस दिग्गज क्रिकेटर ने कहा, 'मेरे बचपन के हीरो सर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ नहीं खलेने का मेरा दूसरा मलाल है. मैं भाग्यशाली था कि मैं उनके खिलाफ काउंटी क्रिकेट में खेल पाया, लेकिन मुझे अब भी उनके खिलाफ एक इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पाने का मलाल है. भले ही विवियन रिचर्ड्स 1991 में रिटायर हुए और हमारे करियर में कुछ साल उतार-चढ़ाव के हैं, लेकिन हमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलने का मौका नहीं मिला.'