क्रिकेट के बारे में कहा जाता है कि यह अनिश्चितताओं का खेल है और इसका नमूना वानखेड़े स्टेडियम पर बुधवार को देखने को मिला, जब रणजी में जम्मू कश्मीर ने मुंबई को उसी के मैदान पर पटखनी दे दी. निराश मुंबई खिलाड़ी इस हार से बहुत मायूस थे और खुद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर उन्हें ढाढ़स बंधाने पहुंचे.
पिछले साल तेंदुलकर ने इसी वानखेड़े स्टेडियम से क्रिकेट से भावनात्मक विदाई ली थी. यह स्टार बल्लेबाज मुंबई के कोच और भारतीय टीम के उनके पूर्व साथी प्रवीण आमरे के बुलावे पर मैदान पर आए थे. तेंदुलकर ने कहा, 'मैं मुंबई की टीम के साथ कुछ समय बिताने के लिए वहां गया था. मुझे प्रवीण आमरे ने कहा था कि मैच के बाद मैं खिलाडि़यों से बात करूं.'
तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 24 साल बिताने के बाद पिछले साल इसी मैदान पर अपना 200वां टेस्ट मैच खेलकर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया था.