ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न ने बुधवार को बॉल टेंपरिंग विवाद में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर लगे 12 महीने के बैन और केमरन बेनक्रॉफ्ट पर लगे नौ महीने के बैन पर सवाल उठाते हुए इसे 'अपराध की तुलना में अधिक कड़ा दंड' बताया.
वॉर्न ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) द्वारा लिए गए फैसले के बाद अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट के जरिए इस प्रतिबंध पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इस पर सवाल उठाया.
वॉर्न ने कहा, 'मैं हर ऑस्ट्रेलियाई और क्रिकेट प्रशंसक की तरह ही केपटाउन में हुई बॉल टेंपरिंग की घटना से काफी निराश हूं. इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई टीम योजना बनाकर शामिल होना और भी शर्मनाक बात है. इसे आप किसी भी तरह से नकार नहीं सकते, लेकिन इस अपराध के लिए दी गई सजा बेहद कड़ी है.'
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उन्होंने लिखा कि इस मामले में जिस तरह की प्रतिक्रिया हो रही है, उसने इस मामले को इसकी प्रकृति की तुलना में अधिक गंभीर बना दिया है और हम वहां पहुंच गए हैं जहां शायद अपराध की तुलना में दंड कहीं अधिक कड़ा हो गया है.
शेन वॉर्न ने कहा, 'मैं अब भी सोच रहा हूं कि सजा क्या होना चाहिए. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन अगर उन्हें एक साल के लिए प्रतिबंधित किया जा रहा है, तो ये सजा अधिक है.'
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वॉर्न ने लिखा है, 'इस मामले में अपनी भावनाओं से हटकर सोचें. हम सब गुस्से में और शर्मसार महसूस कर रहे हैं, लेकिन आपको किसी के करियर को तब तक बर्बाद नहीं करना चाहिए, जब तक वे वाकई उसके हकदार न हों. उनकी ओर से की गई हरकत गलत थी और इसके खिलाफ उन्हें दंड मिलना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि एक साल का प्रतिबंध इसका जवाब है.'
उन्होंने कहा, 'अगर मेरी नजर में देखा जाए, तो इन खिलाड़ियों को चौथे टेस्ट मैच से प्रतिबंधित करना, बड़ा जुर्माना लगाना और कप्तान तथा उप-कप्तान के पद से हटा देना पर्याप्त दंड है.'