शशांक मनोहर का रविवार को बीसीसीआई की आम सभा की विशेष बैठक में बोर्ड अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय हो गया है क्योंकि वह एकमात्र उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं. वह जगमोहन डालमिया के निधन के बाद यह जिम्मेदारी संभालने वाले हैं.
पूर्व क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने
सर्वसम्मति से मनोहर की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया है जो बोर्ड की राजनीति में पूर्व प्रमुख एन श्रीनिवासन के घटते दबदबे का भी संकेत है. पिछले महीने कोलकाता में डालमिया के निधन के बाद विदर्भ के 58 साल के वकील मनोहर दूसरी बार बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे.
नामांकन भरने वाले एकमात्र दावेदार बीसीसीआई की आम सभा की विशेष बैठक में कल अध्यक्ष पद पर मनोहर की नियुक्ति महज औपचारिकता बची है क्योंकि आज नामांकन फार्म की समीक्षा के बाद पता चला है कि पूर्व क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने प्रस्ताव के रूप में अलग अलग हस्ताक्षर किए हैं. बीसीसीआई के उप चुनाव में मनोहर को पूर्व क्षेत्र से सिर्फ एक प्रस्तावक की जरूरत थी जबकि उन्होंने सभी छह संघों की स्वीकृति मिली है. आम शाम सात बजे की समयसीमा समाप्त होने के बाद मनोहर इस पद के लिए नामांकन भरने वाले एकमात्र दावेदार थे.
मनोहर के नाम के प्रस्तावकों में एक दिवंगत डालमिया के बेटे अभिषेक भी हैं जो कल आम सभा की विशेष बैठक में अपने पारिवारिक क्लब नेशनल क्रिकेट क्लब (एनसीसी) का प्रतिनिधित्व करेंगे. श्रीनिवासन इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे और तमिलनाडु क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व पीएस रमन करेंगे. इसके अलावा मनोहर के नाम का प्रस्ताव बंगाल से सौरव गांगुली, त्रिपुरा से सौरव दासगुप्ता, असम ने गौतम राय, ओड़िशा से आशीर्वाद बेहड़ा और झारखंड से संजय सिंह ने रखा.
पूर्व क्षेत्र के एक प्रतिनिधि ने कहा, ‘‘पूर्व क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने अलग अलग मनोहर के नाम का प्रस्ताव रखा है जो दर्शात है कि वे उनकी उम्मीदवारी का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं.’
श्रीनिवासन की 2017 तक वापसी की संभावना बेहद कम मनोहर की नियुक्ति का मतलब है कि श्रीनिवासन के अब बीसीसीआई में 2017 तक वापसी की संभावना बेहद कम है क्योंकि उसी साल विदर्भ के इस प्रशासक का कार्यकाल खत्म होगा. बंगाल क्रिकेट संघ के भावी अध्यक्ष सौरव गांगुली और महाराष्ट्र क्रिकेट संघ के प्रमुख अजय शिर्के ने कहा कि मनोहर इस पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं.
गांगुली ने कहा, ‘
शशांक मनोहर ने अतीत में बीसीसीआई की अगुआई की है और वह सक्षम व्यक्ति हैं. मुझे यकीन है कि वह अच्छा काम करेंगे.’ शिर्के ने कहा, ‘वह सही उम्मीदवार हैं. पूर्व क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा है. वह काफी अनुभवी और ईमानदार हैं.
उनकी पृष्ठभूमि कानून से जुड़ी है और इस समय उनसे बेहतर उम्मीदवार नहीं हो सकता.’ कल होने वाली बैठक में 31 में से 29 इकाइयां हिस्सा लेंगी. राजस्थान क्रिकेट संघ और जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ को बैठक में हिस्सा लेने की स्वीकृति नहीं है. दो एसोसिएट सदस्य छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ और मणिपुर क्रिकेट संघ भी कल होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे.