टीम इंडिया के धाकड़ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली वनडे सीरीज से पहले एक वीडियो देख काफी भावुक हैं. दोनों ने इंस्टाग्राम पर वही वीडियो शेयर कर अपनी 'मन की बात' लिखी है. दरअसल, इस वीडियो में एक बच्ची को एक महिला (संभवत: उसकी मां) गिनती सिखा रही है. इस दौरान वह बच्ची रोती हुआ बार- बार प्यार से पढ़ाने की गुहार लगा रही है. लेकिन वह मां है कि अपनी जिद पर अड़ी है, वह चाहती हैं कि उनकी बच्ची बिना गलती किए 1 से 5 की गिनती फटाफट सीख जाए. उस बच्ची को पढ़ाने के तरीके पर शिखर धवन ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा है-
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अबतक मैंने जितने भी वीडियो देखे हैं, उनमें से यह सबसे ज्यादा परेशान करने वाला है. पैरेंट के तौर पर हमारा यह विशेषाधिकार है कि हम अपने बच्चों को आगे बढ़ाएं. मुझे बहुत बुरा लगा कि वह महिला भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक रूप से बच्ची को प्रताड़ित (गाली) कर रही है, ताकि वह जल्दी ही 5 तक की गिनती सीख जाए.
जीवन एक सर्कल (चक्र) की तरह है और मैं प्रार्थना करता हूं कि यह खूबसूरत छोटी लड़की एक दिन मजबूत महिला बनकर निकले! क्या होगा जब यह बच्ची बड़ी हो जाएगी, और यह महिला बूढ़ी हो जाएगी. तब इसी छोटी लड़की की मर्जी चलेगी! तब क्या उससे थप्पड़ मारने की उम्मीद की जा सकती है. इस महिला को जवाबदेह होना चाहिए. वह महिला इस पृथ्वी पर सबसे कायर और कमजोर इंसान है. जो इस अबोध बच्ची पर अपना प्रभाव जमा रही है. खेल-खेल में बच्चे का पढ़ाया जाना चाहिए न कि डरा और धमका कर. शिक्षा बहुत जरूरी है, लेकिन यह बच्चे की आत्मा के मूल्य पर नहीं हो.
विराट ने भी इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट शेयर कर इसे दर्दनाक बताया है. उन्होंने लिखा है- बच्ची के दर्द और क्रोध का ख्याल नहीं रखा गया. पढ़ाने के 'इगो' का इतना जोर है कि इसके आगे दयाभाव दिखता ही नहीं. यह चौंकाने वाला है. बच्चे को कभी भी धमकाकर सिखाया नहीं जा सकता.