श्रीलंका के युवा तेज गेंदबाज माथिसा पाथिराना उस समय चर्चा में आ गए जब उन्होंने साउथ अफ्रीका में जारी अंडर-19 विश्व कप में भारत के खिलाफ 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी. यह गेंद उन्होंने भारत के यशस्वी जायसवाल को फेंकी जो वाइड थी. बाद में यह पता चला कि गेंद की स्पीड दर्ज करने वाली मशीन (Speed-gun) में कुछ गड़बड़ी थी, जिसके कारण मशीन ने शुरुआत में गेंद की तेजी 175 किलोमीटर प्रति घंटे बताई.
‼️108mph‼️🤯
Serious pace from #SriLanka bowler Matheesha Pathirana in the Under 19 @cricketworldcup match v #India!
Who does his bowling action remind you of? 🤔 pic.twitter.com/A5orWcoRBt
— howtobowlfast.com (@howtobowlfast) January 20, 2020
क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम है, जिन्होंने 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से गेंद फेंकी. अगर पाथिराना वाकई 175 KPH की रफ्तार से गेंद फेंकते तो यह रिकॉर्ड बन जाता.
भारत ने हालांकि इस मैच में श्रीलंका को 90 रनों से हरा अंडर-19 विश्व कप की विजयी शुरुआत की.
अख्तर ने दक्षिण अफ्रीका के न्यूलैंड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 2003 के वर्ल्ड कप मैच में खुद का रिकॉर्ड तोड़ डाला था. तब उन्होंने 100.23 मील प्रति घंटे (161.3 किमी / घंटा) की गति से गेंदबाजी की थी, जो अभी भी क्रिकेट इतिहास में दर्ज सबसे तेज गेंद है. ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली और शॉन टेट अख्तर के रिकॉर्ड के थोड़े करीब जरूर पहुंचे, लेकिन इसे तोड़ने में नाकाम रहे.