Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. गांगुली सोमवार देर शाम कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कोलकाता के वुडलैंड हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे. उसके बाद 3 डॉक्टरों की टीम ने लगातार निगरानी रखी. सौरव के कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर बताया गया कि सौरव गांगुली के सैंपल में ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं की गई है.
49 साल के सौरव गांगुली को अस्पताल में भर्ती होने के तुरंत बाद एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी दी गई थी. सोमवार को अस्पताल में भर्ती होने के बाद वुडलैंड अस्पताल ने रोजाना सौरव गांगुली की हेल्थ बुलेटिन जारी की. साल 2021 सौरव गांगुली के लिए स्वास्थ्य के मामले में काफी खराब रहा है. सौरव गांगुल को इसके पहले इस साल की शुरुआत में भी हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा था.
...गांगुली अपने घर पहुंचे
दरअसल, जनवरी 2021 में सौरव गांगुली को हार्ट में समस्या के बाद एंजियोप्लास्टी भी करवानी पड़ी थी. दिल की समस्या के बाद सौरव गांगुली को कुछ दिन अस्पताल में ही रहना पड़ा था. सौरव गांगुली अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अपने घर पहुंच गए हैं. लेकिन वह अपने घर में कुछ दिन आइसोलेशन में रहेंगे. इसके साथ ही उनकी देखभाल कर रहे डॉक्टरों ने भी कहा कि सौरव गांगुली अब पूरी तरह से फिट हैं.
इसके अलावा 2021 के अंत तक सौरव गांगुली के सामने एक और विवाद खड़ा हो गया था. कुछ समय पहले बोर्ड ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में एक ही कप्तान रखने का फैसला किया, जिसके चलते विराट कोहली के वनडे टीम की कप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को कप्तान बना दिया गया. इसके बाद सौरव गांगुली दावा किया था कि उन्होंने विराट से टी-20 कप्तानी न छोड़ने का अनुरोध किया था जिसे उन्होंने नहीं माना जिसके बाद यह फैसला लेना पड़ा.
BCCI अध्यक्ष के इस बयान के बाद टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने सौरव के दावों को खारिज करते हुए कहा था कि किसी ने उनसे कप्तानी न छोड़ने का अनुरोध नहीं किया. विराट की इस बात से दोनों बड़े खिलाड़ियों के बीच विवाद की स्थिति बनी है.