scorecardresearch
 

फिरकी में बुरे फंसे अफ्रीकी, चहल-यादव ने कोच को दिलाई जंबो की याद

सेंचुरियन में रविवार को खेले गए दूसरे वनडे मैच में यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की घातक गेंदबाजी की मदद से दक्षिण अफ्रीकी टीम 118 रन पर ऑल आउट हो गई, जो अपनी सरजमीं पर उसका न्यूनतम स्कोर है. चहल ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 22 रन देकर 5 विकेट झटके.

Advertisement
X
चहल-कुलदीप और अनिल कुंबले (फाइल फोटो)
चहल-कुलदीप और अनिल कुंबले (फाइल फोटो)

Advertisement

अपने घर में सबसे सस्ते में आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच डेल बेंकनस्टीन ने इस बात को स्वीवार किया है कि अफ्रीकी बल्लेबाज मौजूदा सीरीज में भारत के स्पिनरों युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव को पढ़ने में विफल रहे हैं. कोच डेल बेंकनस्टीन भारतीय स्पिनर्स ने अच्छी गेंदबाजी की और हमारे बल्लेबाज उन्हें पढ़ नहीं पाए.

सेंचुरियन में रविवार को खेले गए दूसरे वनडे मैच में यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की घातक गेंदबाजी की मदद से दक्षिण अफ्रीकी टीम 118 रन पर ऑल आउट हो गई, जो अपनी सरजमीं पर उसका न्यूनतम स्कोर है. चहल ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 22 रन देकर 5 विकेट झटके और उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया. भारत ने इस मैच में 9 विकेट से जीत दर्ज कर 6 मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली.

Advertisement

हाल के बाद दक्षिण अफ्रीका के कोच बेंकनस्टीन ने कहा, ‘मुश्किल बात यह है कि आप दो कलाई के स्पिनर्स के खिलाफ खेल रहे हैं, और ज्यादातर खिलाड़ियों ने ऐसे अटैक का सामना नहीं किया है. उनकी गेंदबाजी की विविधताओं को समझने में थोड़ा समय लगेगा.’उन्होंने कहा, ‘जाहिर है, उनके स्पिनर बहुत अच्छे हैं. इससे पहले, अनिल कुंबले ऐसी गेंदबाजी करते थे जहां गेंद बल्ले से दूर घुमा सकते थे.

अफ्रीकी कोच ने जंबो के नाम से मशहूर पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले को याद करते हुए कहा कि वह थोड़ी तेज गेंदबाजी करते थे और गेंद बल्ले पर आती थी लेकिन ये दोनों (चहल और यादव) बहुत धीमे हैं.' उन्होंने कहा, ‘हमने दो मैचों में उन्हें अच्छे से परखा हैं और विश्वास है कि जैसे-जैसे सीरीज आगे बढ़ेगी हमारे प्रदर्शन में सुधार आएगा.’

ये थी चहल की चाल!

मौजूदा सीरीज में चहल ने पहले 2 वनडे में 7 विकेट लिये हैं. दूसरे वनडे में उन्होंने पहली बार पांच विकेट चटकाए. उन्होंने मैच के बाद कहा,‘मैं गेंद को फ्लाइट कराता हूं और विकेट पर फोकस करता हूं. मुझे पता है कि इस गेंद पर छक्का भी पड़ सकता है, लेकिन आपका कप्तान और टीम प्रबंधन जब आपके साथ होता है तो आत्मविश्वास मिलता है.’ उन्होंने बताया कि हमने धीमी गेंद डालने पर जोर दिया, जिससे बल्लेबाज बड़े शॉट्स खेलने आसान न रहे और इस रणनीति में कामयाब भी रहे. 

Advertisement
Advertisement