क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने बॉल टेंपरिंग के मामले में दागी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक साल का बैन लगा दिया है. जबकि सलामी बल्लेबाज केमरन बेनक्रॉफ्ट को नौ महीने के लिए प्रतिबंधित किया है.
सीए के अनुसार स्मिथ और वॉर्नर के अलावा बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेंपरिंग का दोषी पाया था. सीए ने इस मामले में की गई जांच में इन तीनों खिलाड़ियों को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3.5 का दोषी पाया गया है.
वॉर्नर को कभी नहीं मिलेगी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी
आपको बता दें कि इस बैन के बाद ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ओपनर डेविड वॉर्नर अब भविष्य में कभी भी ऑस्ट्रेलिया के कप्तान नहीं बन पाएंगे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की विज्ञप्ति के अनुसार डेविड वॉर्नर भविष्य में टीम के नेतृत्व के लिए योग्य नहीं होंगे. वॉर्नर गेंद से छेड़छाड़ के मामले में मुख्य साजिशकर्ता रहे. उन्हें जूनियर खिलाड़ी को कृत्रिम रूप से गेंद की शक्ल बदलने का निर्देश देने का आरोपी बनाया गया था.
बॉल टेंपरिंग: स्मिथ-वॉर्नर पर एक साल का बैन, IPL से भी BCCI ने किया आउट
बैन खत्म होने के बाद भी 1 साल तक कप्तान नहीं बन सकते स्मिथ
स्मिथ और बेनकॉफ्ट अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संबंधित निलंबन खत्म होने के बाद कम से कम 12 महीने तक कप्तान नहीं बन सकते. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष डेविड पीवेर ने कहा, ‘भविष्य में इन्हें कप्तानी सौंपने के बारे में तभी विचार किया जाएगा, जब प्रशंसक, जनता और अधिकारी इन्हें माफ कर दें.'अनुच्छेद 2.3.5 के उल्लंघन पर स्मिथ, वॉर्नर और बेनक्रॉफ्ट को मिली यह सजा
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आचार संहिता के तहत स्मिथ को इस बात का दोषी पाया गया कि उसे कृत्रिम तरीके से गेंद की दशा बदलने की योजना की पहले से जानकारी थी और उसने इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
स्मिथ पर मैच अधिकारियों और अन्य को गुमराह करने की कोशिश करने का भी आरोप है. इस सजा के अलावा तीनों खिलाड़ियों को कम्युनिटी क्रिकेट में 100 घंटे तक स्वैच्छिक सेवा भी करनी होगी.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने कहा, 'मैं इस सजा से संतुष्ट हूं क्योंकि क्रिकेट की साख बनाए रखने के लिए यह जरूरी था. इससे ये सभी कड़े सबक सीखेंगे.'
बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले के बाद स्मिथ और वॉर्नर इस साल आईपीएल में भी नहीं खेल पाएंगे. तीनों खिलाड़ियों को सजा के खिलाफ अपील करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया जाएगा.