इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज में एक बार फिर स्टीव स्मिथ अपने कप्तानी वाले रंग में लौट आए हैं. 5 टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच में स्टीव स्मिथ ने कप्तानी संभाली है. वह 45 महीने बाद कप्तानी के रोल में नजर आए. उन्होंने इससे पहले आखिरी बार 22 मार्च 2018 को कप्तानी की थी. तब उन पर बॉल टेंपरिंग का बड़ा दाग लगा था, जिस उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया था.
दरअसल, एडिलेड डे-नाइट टेस्ट से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस मैच से बाहर कर दिए गए. वह किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आ गए थे. इस कारण एशेज सीरीज के इस अहम मैच में स्टीव स्मिथ को कप्तानी दी गई. इससे पहले वे टीम के उपकप्तानी की भूमिका में थे.
क्या हुआ था कैपटाउन में
इससे पहले स्टीव स्मिथ ने आखिरी बार साउथ अफ्रीका दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की थी, तब कैपटाउन टेस्ट में बॉल टेंपरिंग का मामला सामने आया था. सैंड पेपर से गेंद के साथ छेड़छाड़ के आरोप में कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को 1-1 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था. जबकि कैमरून बैनक्राफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा था.
यह स्मिथ के करियर पर कभी नहीं निकलने वाला दाग हो गया है. बॉल टेंपरिंग मामले में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने उन पर कड़ी कार्रवाई की थी. एक साल का प्रतिबंध लगाने के साथ ही यह स्टीव स्मिथ को दो साल के लिए कप्तानी से भी बैन कर दिया था. यानी दो साल तक स्मिथ कप्तानी नहीं कर सकते थे. अब जब सजा पूरी हो चुकी है, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया फिर से स्टीव स्मिथ को कप्तानी की पटरी पर लाना चाहते हैं.
स्टीव स्मिथ के बतौर कप्तान रिकॉर्ड
बतौर कप्तान स्टीव स्मिथ ने इससे पहले तक 34 टेस्ट खेले, जिसमें 18 बार टीम को जीत दिलाई. सिर्फ 10 मैच में ऑस्ट्रेलिया को हार मिली थी. वनडे फॉर्मेट में स्टीव स्मिथ ने 51 में से 25 मैच में टीम को जीत दिलाई थी. टी20 इंटरनेशनल में स्मिथ ने सिर्फ 8 मैच में ही ऑस्ट्रेलिया टीम की कमान संभाली थी, जिसमें से सिर्फ 4 मैच जीते थे.