पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद से ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क की कप्तानी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. पूर्व कप्तानों ने भले ही क्लार्क का पूरा समर्थन किया हो लेकिन पूर्व टेस्ट तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क की सोच थोड़ी अलग है. उनके मुताबिक स्टीव स्मिथ को अब कप्तानी का अभ्यास करना चाहिए.
क्लार्क के मुताबिक स्मिथ को उसी राह पर चलते हुए अभ्यास जारी रखना चाहिए, जिस राह पर चलते हुए स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क ने ऐसा किया है. क्लार्क का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब माइकल क्लार्क की गैरमौजूदगी में क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने स्मिथ को भारत के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज का कप्तान नियुक्त नहीं किया. सीए ने कहा कि इस काम के लिए फिलहाल विकेटकीपर ब्रैड हेडिन उपयुक्त उम्मीदवार हैं.
क्लार्क ने कहा, 'अगर मैं फैसला कर रहा होता तो मैं उसी रास्ते पर चलते हुए कोई फैसला लेता, जिस राह पर चलते हुए पूर्व चयनकर्तांओं ने पोंटिंग और क्लार्क को कप्तानी के अभ्यास का मौका दिया था. मैं स्मिथ को कुछ समय के लिए वनडे टीम का कप्तान जरूर बनाता.'
स्मिथ की देखरेख में सिडनी सिक्सर्स टीम ने 2011-12 में बिग बैश लीग का खिताब जीता था. तभी से स्मिथ को एक खिलाड़ी और कप्तानी के तौर पर मान्यता मिल चुकी है. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट कप्तानी एक तरह के अभ्यास सत्र के बाद किसी खिलाड़ी को दी जाती है.
जैसे कि वॉ और पोंटिंग दो साल तक वनडे टीम का कप्तान रहने के बाद टेस्ट कप्तान बने थे. क्लार्क 2011 वर्ल्ड कप में वनडे कप्तान थे लेकिन इसके दो सीजन बाद वह टेस्ट कप्तान बन सके थे.
इनपुटः IANS से