टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पहली हार का सामना करना पड़ा है. रविवार (30 अक्टूबर) को पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत को साउथ अफ्रीका ने पांच विकेट से हरा दिया. इस हार के चलते अब रोहित ब्रिगेड ग्रुप-2 के प्वाइंट टेबल में दूसरे नंबर पर फिसल गई है. भारतीय टीम अब अपने अगले मुकाबले में दो नवंबर को बांग्लादेश का सामना करने जा रही है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम का प्रदर्शन पिछले दो मैचों की तरह बिल्कुल भी नहीं दिखा. जहां बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते दिखाई दिए. वहीं गेंदबाजी और फील्डिंग भी भारतीय टीम की अच्छी नहीं रही. आइए जानते हैं उन खास वजहों के बारे में जिसके चलते भारत को हार का सामना करना पड़ा.
केएल राहुल का फ्लॉप शो: उप-कप्तान केएल राहुल एक बार फिर से नाकाम रहे और 14 बॉल खेलकर महज नौ रन बना सके. राहुल को लुंगी एनगिडी ने स्लिप में एडेन मार्करम के हाथों कैच आउट कराया. केएल राहुल पाकिस्तान और नीदरलैंड के खिलाफ भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए. पाकिस्तान के खिलाफ राहुल महज चार रन बनाकर नसीम शाह की गेंद पर बोल्ड हो गए थे. वहीं नीदरलैंड के खिलाफ मैच में उन्हें पॉल वैन मीकेरन ने 9 रनों के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट किया था. यानी कि राहुल अबतक तीन मैचों में महज 22 रन बना पाए हैं.
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कोहली-रोहित भी फेल: भारतीय टीम के लिए पिछले दो मुकाबलों में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने मैच जिताऊ पारियां खेली थीं. लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ किंग कोहली महज 12 रन बना पाए. कोहली को लुंगी एनगिडी ने चलता किया. उधर कप्तान रोहित शर्मा भी महज 15 रन बनाकर लुंगी एनगिडी का ही शिकार बने. यदि रोहित शर्मा और विराट कोहली में से कोई एक बड़ी पारी खेल देता तो भारत अच्छे स्कोर तक पहुंच सकती था. कोहली-रोहित के अलावा हार्दिक पंड्या और दीपक हुड्डा जैसे प्लेयर्स भी कुछ खास नहीं कर पाए.
फील्डिंग रही काफी लचर: टीम इंडिया की फील्डिंग इस मैच में काफी औसत नजर आई जिसकी कल्पना कोई भारतीय फैन नहीं कर सकता. विराट कोहली ने 12वें ओवर में एडेन मार्करम का एक आसान-सा कैच बाउंड्री पर टपका दिया था. फिर कप्तान रोहित शर्मा ने पारी के 13वें ओवर में मार्करम को रनआउट करने का मौका गंवाया. मार्करम ने इन जीवनदानों का खूब फायदा उठाया और शानदार 52 रन बनाकर अफ्रीकी टीम को मैच जिताने में अहम भूमिका अदा की. इसके अलावा भी भारतीय फील्डर्स कुछ मौकों पर रन बचा सकते थे.
आर. अश्विन की महंगी गेंदबाजी: ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की बॉलिंग साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में उतनी अच्छी नहीं रही. अश्विन ने चार ओवर्स में 43 रन दे डाले और उन्हें सिर्फ एक विकेट मिला. इस दौरान बाएं हाथ के बल्लेबाज डेविड मिलर ने उनकी गेंदों पर तीन छक्के लगाए. वहीं एडेन मार्करम ने भी एक मौके पर गेंद को स्टैंड्स में पहुंचाया. यदि अश्विन मैच में अच्छी बॉल डाल पाते तो नतीजा कुछ और हो सकता था.
सूर्या ने बचाई भारत की लाज
मुकाबले की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 133 रन बनाए. भारत की ओर से सूर्यकुमार यादव ने 40 बॉल पर 68 रनों की पारी खेली जिसमें छह चौके और तीन छक्के शामिल रहे. उनके अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज कुछ खास योगदान नहीं दे पाया. साउथ अफ्रीका की ओर से लुंगी एनगिडी ने चार और वेन पार्नेल ने तीन विकेट चटकाए.
जवाब में साउथ अफ्रीका ने 19.4 ओवर में निर्धारित टारगेट हासिल कर लिया. अफ्रीकी टीम की जीत के हीरो एडेन मार्करम और डेविड मिलर रहे जिन्होंने शानदार बैटिंग की. मिलर ने नाबाद 59 रनों की पारी खेली, जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल थे. वहीं एडेन मार्करम ने 52 रनों का योगदान दिया.