ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में कुछ चौंकाने वाले नतीजे देखने को मिले हैं. इसी कड़ी में क्रेग इर्विन की अगुवाई वाली जिम्बाब्वे की टीम ने पाकिस्तान को एक रन से हरा दिया था. जिम्बाब्वे ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करके यह बता दिया कि उन्हें हल्के में लेना किसी भी टीम को भारी पड़ सकता है. जिम्बाब्वे का यह प्रदर्शन इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि आर्थिक रूप से इन खिलाड़ियों की स्थिति कुछ खास नहीं है. उन्हें ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान जैसे देशों के प्लेयर्स की तुलना में काफी कम सैलरी मिलती है.
जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की इतनी है सैलरी!
स्थानीय अखबार द स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को चार ग्रेड्स X, A, B और C में बांटा गया है. ग्रेड X के खिलाड़ियों को हर महीने 5 हजार अमेरिकी डॉलर (लगभग 4.11 लाख रुपये) मिलते हैं. ग्रेड-ए के खिलाड़ियों की बात करें तो उन्हें एक महीने में 3500 अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.80 लाख रुपये) का भुगतान किया जाता है. वहीं ग्रेड-बी के खिलाड़ियों को प्रति महीना दो हजार डॉलर (1.64 लाख रुपये) मिलते हैं. ग्रेड-सी के प्लेयर्स की बात की जाए तो उन्हें प्रति महीने 1500 डॉलर (लगभग 1.23 लाख रुपये) मिलते हैं.
जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को एक टेस्ट मैच खेलने के 2000 डॉलर (1.64 लाख रुपये), वनडे के लिए 1000 डॉलर (लगभग 82 हजार रुपये) और टी20 इंटरनेशनल के लिए 500 डॉलर (41 हजार रुपये) का भुगतान किया जाता है. जिम्बाब्वे की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग का नाम नेशनल प्रीमियर लीग है. इस लीग को जीतने वाली टीम को 8.50 लाख रुपये हासिल होते हैं. यानी कि आईपीएल नीलामी में किसी प्लेयर के न्यूनतम बेस प्राइस 20 लाख रुपये से यह काफी कम है.
...कभी जिम्बाब्वे का भी बजता था डंका
जिम्बाब्वे क्रिकेट कभी अच्छी स्थिति में था. लेकिन फ्लावर बंधु एंडी और ग्रांट, मरे गुडविन, पॉल स्ट्रैंग, और हीथ स्ट्रीक जैसे खिलाड़ियों के जाने के बाद जिम्बाब्वे क्रिकेट की हालत में काफी गिरावट आ गई. इसके साथ ही कम वेतन के चलते भी कई मौकों पर जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने खेलने से बायकॉट किया. बाद में जिम्बाब्वे की सरकार ने भी वहां के क्रिकेट बोर्ड में दखलंदाजी शुरु कर दी थी, जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने जुलाई 2019 में जिम्बाब्वे को इंटरनेशनल क्रिकेट से छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था. अब प्रशासनिक मोर्चे पर स्थिति में सुधार हुआ है और खिलाड़ियों एवं कोच को फीस का ज्यादातर भुगतान आईसीसी किया करती है.
...पाकिस्तान के प्लेयर्स की ऐसी है सैलरी
जिम्बाब्वे की तुलना पाकिस्तान क्रिकेट से करें तो वहां के खिलाड़ियों को एक टेस्ट खेलने के लिए करीब 3 लाख रुपये मिलते हैं. वहीं वनडे के लिए उन्हें लगभग 1.87 लाख और टी20 के लिए 1.35 लाख रुपये हासिल होते हैं. पाकिस्तानी खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की बात की जाए तो टॉप-ग्रेड में मौजूद पाकिस्तानी खिलाड़ियों को रेड-बॉल के लिए रिटेंशन फीस के तौर पर प्रति माह 10,50,000 पाकिस्तानी रुपये मिलते हैं. वही सफेद गेंद अनुबंध के लिए रिटेंशन फीस 9,50,000 पाकिस्तानी रुपये प्रतिमाह है. अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि जिम्बाब्वे और पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सैलरी में कितना अंतर है.
भारतीयों को मिलती है कई गुना ज्यादा मैच फीस
भारतीय खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट में एक मैच के लिए 15 लाख रुपए मिलते हैं. जबकि वनडे इंटरनेशनल में पुरुषों को एक मैच के 6 लाख रुपए दिए जाते हैं. साथ ही टी20 इंटनेशनल क्रिकेट में एक मैच खेलने के लिए 3 लाख रुपये मिलते हैं.
भारतीय खिलाड़ियों कितनी मैच फीस मिलती है?
एक टेस्ट मैच: 15 लाख रुपये
एक वनडे मैच: 6 लाख रुपये
एक टी20 मैच: 3 लाख रुपये
भारतीय टीम के लिए बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट:
कैटेगरी A+ (7 करोड़ रुपये)
कैटेगरी A (5 करोड़ रुपये)
कैटेगरी B (3 करोड़ रुपये)
कैटेगरी C (1 करोड़ रुपये).