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युजवेंद्र चहल के लिए मुश्किल वक्त, इस कठिनाई से गुजर रहा है परिवार

टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. उनके माता-पिता कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. चहल के पिता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो मां का इलाज घर पर ही चल रहा है.

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टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल (फाइल फोटो)
टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चहल के माता और पिता कोरोना वायरस से संक्रमित
  • चहल की सास और साले को भी हो चुका है कोरोना

टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. उनके माता-पिता कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. चहल के पिता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो मां का इलाज घर पर ही चल रहा है. चहल के माता-पिता के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी उनकी पत्नी धनश्री वर्मा ने दी. 

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इससे पहले चहल की सास और उनके साले को भी कोरोना हो गया था. राहत की बात है कि दोनों ठीक हो चुके हैं. इसके अलावा धनश्री की आंटी की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है. 

धनश्री ने इंस्टग्राम स्टोरी पर लिखा, 'अप्रैल-मई का महीना मुश्किल और चुनौती भरा रहा है. पहले मेरी मां और भाई कोरोना से संक्रमित हुए. दोनों को जब कोरोना हुआ था, तब में आईपीएल के बायो-बबल में थी और मैं कोई मदद नहीं कर पा रही थी. हालांकि समय-समय पर मैं उनके स्थिति की जानकारी ले रही थी. परिवार से दूर रहना काफी मुश्किल होता है. अच्छी बात है कि मां और भाई ठीक हो चुके हैं. लेकिन मैंने अपनी आंटी को कोरोना के कारण खो दिया.' 

धनश्री ने आगे लिखा, 'अब मेरे सास-ससुर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. मेरे ससुर (युजवेंद्र चहल के पिता) अस्पताल में भर्ती हैं और सास का देखभाल घर में ही किया जा रहा है. मैं अस्पताल में थी और मैंने जो देखा वो बहुत खराब था. मैं सावधानियां बरत रही हूं लेकिन...आप लोग घर पर रहेंं और अपने परिवार का ख्याल रखें.'

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धनश्री वर्मा आगे लिखती हैं, 'मैं अपील करती हूं कि लोग जरूरतमंदों की मदद करें और उनको कैसे भी मुश्किल से निकालें. साथ ही अगर आप घर में हैं और सुरक्षित हैं, तो भगवान को धन्यवाद कहें. भगवान को प्रतिदिन धन्यवाद कहें और सुरक्षित रहें और निर्देशों का पालन करें.'

बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है. हर रोज तीन से चार लाख नए केस सामने आ रहे हैं. जबकि चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. इस महामारी ने आम से लेकर खास लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है. देश में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में बेड की कमी हो गई थी.

इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर की भी किल्लत हो गई थी. कोरोना के कारण हाहाकर मच गया था. कोरोना से मची तबाही के बाद केंद्र और राज्य सरकारें एक्शन में आई और बेड की ऑक्सिजन सिलेंडर की कमी को दूर किया गया.

 

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