भारत के चोटी के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि अनुकूल परिस्थितियों में मेजबान टीम को वर्तमान वर्ल्ड टी20 चैंपियनशिप में हराना बेहद मुश्किल होगा.
भारत पहले मैच में टर्न लेती पिच पर न्यूजीलैंड से हार गया था लेकिन उसने अगले मैच में इसी तरह की पिच पर पाकिस्तान को हराकर शानदार वापसी की. अश्विन ने पाकिस्तान पर टीम की छह विकेट से जीत के बाद bcci.tv से कहा, ‘हमारी टीम बहुत अच्छी है. जब हमारा दिन हो और परिस्थितियां हमारे अनुकूल हों तो फिर हमारी टीम को हराना बेहद मुश्किल होगा.’ लेकिन अपवाद होते हैं और भारतीय टीम के साथ भी कुछ अवसरों पर ऐसा हुआ है.
‘दो बार विपक्षी टीम का आकलन करने में हुई गलती’
अश्विन ने कहा, ‘अपवाद भी होंगे. हम हाल में श्रीलंका के खिलाफ पुणे और फिर नागपुर में न्यूजीलैंड से हार गए थे. दोनों अवसरों पर विरोधी टीम ने हमारी तुलना में मैच का सही आकलन किया.’ विचारशील क्रिकेटर माने जाने वाले अश्विन ने कहा कि भले ही ईडन गार्ड्न्स पर काफी टर्न मिल रहा था लेकिन यह उतना आसान नहीं था जितना लग रहा था.
उन्होंने कहा, ‘रविंद्र जडेजा और मैं एक निश्चित लेंथ पर गेंद कर रहे थे. यह महत्वपूर्ण था.’ अश्विन ने इसके साथ ही कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ टॉस जीतना महत्वपूर्ण था. उन्होंने कहा, ‘सौभाग्य से हम टॉस जीत गए और पिच थोड़ा स्पिन ले रही थी जिससे काम आसान हो गया. विकेट में नमी थी. मैं सोच रहा था कि हमें पहले गेंदबाजी करनी चाहिए.’
इस ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘इस तरह के विकेट पर आप पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि आपको कितना स्कोर बनाना चाहिए. महत्वपूर्ण यह होता है कि आप कसी हुई गेंदबाजी करो और विरोधी टीम को एक निश्चित स्कोर तक रोको. एक बार आप ऐसा कर देते हो तो फिर बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है. इस तरह के विकेट पर लक्ष्य को पीछा करते हुए आप पारी को बेहतर तरीके से संवार सकते हो.’
‘किफायती गेंदबाजी करना मेरा लक्ष्य’
अश्विन ने इसके साथ ही कहा कि वह हमेशा क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब हम पहले गेंदबाजी करते हैं तो मैं कम से कम रन देना चाहता हूं. मेरा काम अपने क्षेत्ररक्षण के अनुसार गेंदबाजी करना होता है और यदि इस प्रक्रिया में मैं कुछ विकेट हासिल कर लेता हूं तो मैं पूरी तरह से भिन्न गेंदबाज बन जाता हूं.’ उन्होंने इसके साथ ही कहा कि गेंदबाजी करते समय भारतीयों के दिमाग में यह बात नहीं थी कि उन्हें कितने लक्ष्य का पीछा करना है.
अश्विन ने कहा, ‘हम केवल इस बात को लेकर चिंतित थे कि पहले पांच ओवर कैसे खेले जाएं. यदि वे अच्छी शुरुआत करते हैं तो फिर वापसी करना आसान नहीं होता.’ अश्विन ने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में हार के बाद टीम दबाव में थी. उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए उसे भूलना और नए सिरे से मैच खेलना जरूरी था. हमने ऐसा ही किया.’
विकेट नहीं ले सके हैं अश्विन
गौरतलब है कि भारत की टर्न लेती पिचों पर वर्ल्ड टी20 के खेले गए दो मैचों में अश्विन ने केवल एक विकेट लिए हैं. उनके अलावा टीम के दूसरे स्पिनर रविंद्र जडेजा की झोली में दो विकेट आए हैं. दूसरी ओर कीवी स्पिनर मिशेल सैंटनर, भारत को हराने में अहम भूमिका निभाने वाले गेंदबाज, ने इतने ही मैचों में छह विकेट चटकाए हैं.