2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 329 रनों का लक्ष्य दिया है. एक समय 197 रनों पर केवल एक विकेट गंवाई ऑस्ट्रेलियाई टीम को बांधने में भारतीय गेंदबाज बहुत हद तक कामयाब रहे. यह बॉलर्स का ही कमाल था कि अगले 131 रन बनाने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने छह विकेट खो दिए. अब स्कोरबोर्ड पर 300 से अधिक रनों का टारगेट हो तो क्रिकेट प्रेमियों की पेशानी पर बल पड़ना स्वाभाविक है. लेकिन भारतीय क्रिकेट प्रेमी बिल्कुल भी निराश न हों क्योंकि 300 से अधिक का टारगेट चेज़ करने की अब टीम इंडिया को आदत सी हो गई है. टीम इंडिया पहले भी ऐसा करती रही है और आज भी कुछ ऐसा ही होगा यही उम्मीद है. हां, यहां विराट कोहली की भूमिका सबसे अहम होगी.
टीम इंडिया ने अब तक छह बार 300 से अधिक का टारगेट सफलतापूर्वक चेज़ किया है और इन सभी में विराट कोहली ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन्होंने इन छह मैचों में 638 रन बनाए हैं. 212.66 की औसत से, उनका स्ट्राइक रेट 136.32 का रहा है. सबसे जरूरी, इन छह मैचों में वो छह शतक जमा चुके हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि कोहली नहीं चले तो क्या होगा. तो हमारे पास रोहित शर्मा हैं. ये भी 118 की औसत से इन छह मैचों में खेले हैं. रोहित ने इन छह मौकों पर कुल 354 रन बनाए हैं, एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से. उनके साथी ओपनर शिखर धवन भी बहुत पीछे नहीं हैं. धवन ऐसे दो मौके पर टीम में थे और दोनों ही बार उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की. एक बार उन्होंने 100 रन बनाए तो दूसरी बार 95.
फिर आपके पास कप्तान धोनी हैं जो बड़े मैच के विनर माने जाते हैं. जरूरत के मुताबिक कप्तानी पारी खेलने में भी धोनी को महारत हासिल है. ऐसे सभी मौकों पर धोनी टीम में मौजूद जरूर थे लेकिन उन्हें टॉप बल्लेबाजों ने बैटिंग का मौका कम ही दिया. ऐसे मौकों पर धोनी का औसत 78.50 का है और वो 102.61 की स्ट्राइट रेट से खेलते हैं.
धोनी के साथ ही सुरेश रैना की भी बल्लेबाजी ऐसे मौकों पर अच्छी रही है. रैना 114.44 के स्ट्राइक रेट और 68.66 की औसत से 206 रन बना चुके हैं.
300 से ऊपर का टारगेट चेज करने में माहिर टीम इंडिया ने 2013 में दो बार इसी ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ 350 से अधिक का टारगेट सफलतापूर्वक चेज़ किया. उन्होंने जयपुर में 362 रन और नागपुर में 351 रन बनाए थे.
सिडनी के मैदान पर भी 300 से अधिक का टारगेट चेज़ करने का रिकॉर्ड रहा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम ही यहां इंग्लैंड के खिलाफ 2011 में 334 रन बना कर जीत हासिल कर चुकी है.
300 से अधिक टारगेट चेज़ करने के दौरान कैसा रहा विराट, रोहित और शिखर का प्रदर्शन.
टीम |
कहां |
साल |
टारगेट |
कोहली |
रोहित |
शिखर |
श्रीलंका |
कोलकाता |
2009 |
316 |
107 |
नहीं खेले Advertisement |
नहीं खेले |
न्यूजीलैंड |
बैंगलोर |
2010 |
316 |
0 |
44 |
नहीं खेले |
श्रीलंका |
होबर्ट |
2012 |
321 |
133* |
नहीं खेले |
नहीं खेले |
पाकिस्तान |
मीरपुर |
2012 |
330 |
183 |
68 |
नहीं खेले |
ऑस्ट्रेलिया |
जयपुर |
2013 |
360 |
100* |
141* |
95 |
ऑस्ट्रेलिया |
नागपुर |
2013 |
351 |
115* |
79 |
100 |