भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला आज दोपहर 1:30 बजे से जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में खेला जाएगा.
पिछले तकरीबन डेढ़ साल में टीम इंडिया ने जिस स्थिति में दूसरी टीमों को पहुंचाया आज उसी स्थिति में वह खुद खड़ी हुई है. भारतीय टीम पर क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए शुरुआती दो टेस्ट मैचों में हार झेलने के बाद सीरीज गंवा बैठी दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम के सामने अब अपना सम्मान बचाने की मुश्किल चुनौती है.
कोहली को देखकर नहीं लगता कि वह टेस्ट कप्तानी का दबाव झेल सकते हैं: स्मिथ
वहीं वांडर्स स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच में मेजबान टीम भारत का सूपड़ा साफ करने के मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहेगी.
अफ्रीका में भारत का कभी नहीं हुआ क्लीन स्वीप
1992 से अब तक अफ्रीका में टीम इंडिया का क्लीन स्वीप नहीं हुआ है. भारत छह बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर चुका है और 1996-97 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 2-0 से हारा था. भारत 2006 के बाद से पिछले तीन दौरों पर एक टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में कामयाब रहा है.
जोहानिसबर्ग में भारत का रिकॉर्ड शानदार
जोहानिसबर्ग के वांडरर्स मैदान पर भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है. भारत ने इस मैदान पर चार टेस्ट (नवंबर 1992 , जनवरी 1997, दिसंबर 2006 और दिसंबर 2013) खेले हैं और एक भी गंवाया नहीं है.
भारत ने यहां 2006 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट जीता था, जिसमें श्रीसंत ने 99 रन देकर आठ विकेट लिये थे.
पिच का मिजाज
भारतीय टीम को जोहानिसबर्ग के वांडरर्स मैदान पर हरी-भरी और उछाल भरी पिच मिल सकती है. पिच क्यूरेटर बेथूएल बूथेलेजी ने कहा है कि पिच पर से घास नहीं हटाई जाएगी.
टीम इंडिया
टीम इंडिया के लिए यह दौरा अभी तक चुनौतियों से भरा रहा है. केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों के सामने भारत का मजबूत बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया तो वहीं दूसरे टेस्ट मैच में अपने देश से थोड़ी अनुकूल स्थिति की विकेट पर भी भारत जीत हासिल नहीं कर सका.
तीसरे मैच में जिस विकेट पर भारत को दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलना है वो भी तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जा रही है. ऐसे में मेजबान टीम का गेंदबाजी आक्रमण भारत को एक बार फिर नाको चने चबबा सकता है.
नबंर-1 टेस्ट टीम बनने पर साउथ अफ्रीका की नजरें: वर्नोन फिलेंडर
विराट कोहली की टीम की कोशिश इस टेस्ट मैच को जीत या ड्रॉ कराते हुए वनडे सीरीज की शुरुआत से पहले मानसिक बढ़त लेने की होगी. हालांकि किसी भी लिहाज से उसके लिए यह आसान नहीं होगा.
प्लेइंग इलेवन चुनने की चुनौती
कोहली हर बार अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव करते हैं. ऐसे में इस मैच में रोहित शर्मा के स्थान पर उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे को टीम में मौका मिल सकता है. वैसे भी रहाणे को बैंच पर बैठाने को लेकर कोहली की काफी आलोचना हुई है.
कोहली ने पिछले मैच में शतक जमाया था, लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका था. मुरली विजय ने जरूर कुछ देर विकेट पर पैर जमाए थे.
चेतेश्वर पुजारा ने अभी तक निराश किया है. उनके अलावा टीम को लोकेश राहुल, पार्थिव पटेल के बल्ले से रनों की उम्मीद होगी. कोहली, राहुल को बैठाकर पार्थिव से पारी की शुरुआत भी करा सकते हैं. ऐसे में रोहित का टीम में स्थान पक्का रहेगा.
भुवनेश्वर की हो सकती है वापसी
गेंदबाजी में दूसरे टेस्ट मैच में बाहर बैठने वाले भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी हो सकती है. वह ईशांत शर्मा के स्थान पर टीम में आ सकते हैं. भुवनेश्वर ने पहले टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाजी की थी. मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या ने भी अपनी गेंदबाजी से लगातार प्रभावित किया है.
साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी कप्तान फाफ डु प्लेसिस, हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स और डीन एल्गर के भरोसे है. टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों मेजबान टीम के लिए अभी तक अच्छी रही हैं. सीरीज पर पहले ही कब्जा जमा चुकी मेजबान इस मैच में कुछ प्रयोग कर सकती है.
मेजबान अच्छी स्थिति में होने के बाद भी भारत को हल्के में लेने की गलती नहीं करेंगे. वो जानते हैं कि भारत जख्मी शेर है जो पलटवार करने का भरपूर माद्दा रखता है.
वर्नोन फिलेंडर, कैगिसो रबाडा, मोर्ने मोर्केल जैसे गेंदबाजों ने भारत का जीना मुहाल कर रखा है. वहीं दूसरे मैच से टेस्ट में पदार्पण करने वाले लुंगी नगीदी ने भी सभी को अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्रभावित किया था. विकेट का जो स्वाभाव है उसके हिसाब से चौथे या पांचवें दिन स्पिन गेंदबाजों को कुछ मदद मिल सकती है.
संभावित प्लेइंग इलेवन
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हार्दिक पंड्या, पार्थिव पटेल, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), डीन एगर, एडेन मार्करम, हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डि कॉक, केशव महाराज, मोर्ने मोर्कल, वेर्नोन फिलैंडर, कैगिसो रबाडा, लुंगी नगीदी.