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वर्ल्ड कप की सबसे 'बदकिस्मत टीम' का इस बार पलटेगा भाग्य!

क्रिकेट जगत की सबसे 'बदकिस्मत टीम' दक्षिण अफ्रीका हमेशा विश्व-कप की चिर-दावेदार रही है. भारत और दक्षिण अफ्रीका विश्व कप में 3 बार भिड़े हैं और तीनों बार भारत प्रोटीज़ से पार नहीं पा पाया. अगर भारत दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने 50 ओवर खेल जाता है तो यह पहला मौका होगा. सबसे पहले भारत को यही सुनिश्चित करना होगा.

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वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका से कभी नहीं जीता है भारत
वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका से कभी नहीं जीता है भारत

क्रिकेट जगत की सबसे 'बदकिस्मत टीम' दक्षिण अफ्रीका हमेशा विश्व-कप की चिर-दावेदार रही है. भारत और दक्षिण अफ्रीका विश्व कप में 3 बार भिड़े हैं और तीनों बार भारत प्रोटीज से पार नहीं पा पाया.
देखिए भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका मैच के लिए तैयार किया गया खास विज्ञापन: मौका-मौका

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एक खेल वेबसाईट के सर्वे में 35 फीसदी लोगों ने द.अफ्रीका के तेज गेंदबाजी क्रम को दुनिया का सबसे खतरनाक आक्रमण माना है. ऑस्ट्रेलिया 22 फीसदी के साथ दूसरे और 12 फीसदी के साथ पाकिस्तानी तेज गेंदबाजी तीसरे स्थान पर है. द.अफ्रीकी तेज़ गेंदबाजों की खासियत रही है कि वो गुच्छों में विकेट लेते हैं. एक छोर पर भारतीय बल्लेबाज़ों को रन-गति का ध्यान रखे बिना खूंटा गाड़कर खेलना होगा.

इसी सर्वे में 35 फीसदी लोगों ने भारतीय बैटिंग लाईन-अप को सर्वश्रेष्ठ माना है. ऑस्ट्रेलिया 26 और द.अफ्रीका 19 फीसदी के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. भारत अपनी क्षमता यानी बल्लेबाज़ी पर ही खेलेगा. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शायद हमें पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाली ही टीम देखने को मिले.धवन और रैना का रंग में आना अच्छा संकेत है. द.अफ्रीका के खिलाफ कोहली के साथ अजिंक्या रहाणे 'बैटिंग एंकर' की भूमिका निभा सकते हैं.

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दक्षिण अफ्रीका पाकिस्तान से कहीं बेहतर टीम है. दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी में कितनी गहराई है इसका अंदाजा पहले मैच में ही मिल गया जहां जिम्वाब्बे के खिलाफ 83-4 से वापसी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 339 रन टांग दिए. अगर भारत को आने वाले रविवार को भी जीतना है तो मोहम्मद शमी के साथ उमेश यादव को भी अपनी रफ्तार की धार दिखानी होगी.

दक्षिण एशियाई टीमों की क्षमता उनकी गेंदबाजी या बल्लेबाजी रहती है लेकिन जोंटी रोड्स के देश द.अफ्रीका की टीम अपनी फिल्डिंग से 20-25 रन का अंतर पैदा कर देती. भारतीय बल्लेबाज़ों को ध्यान रखना होगा कि अगर आधे-अधूरे मौके भी दिए तो पिछले रविवार की तरह आने वाले रविवार को कैच नहीं छूटने वाले. वैसे क्रिकेट के घोषित और अघोषित विद्वान जीत के कितने ही सूत्र प्रतिपादित कर दें लेकिन जैसा शायरों ने कहा है - जिंदगी कदम-कदम पर यूं तो देती है धोखा, उसकी बात बन जाती है जो न गंवाए मौका ! मौका !

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