पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि अब समय आ गया है कि टीम प्रबंधन आक्रामक और प्रयोगात्मक बातें बंद करे और अच्छा क्रिकेट खेलने पर ध्यान लगाए.
शर्मनाक तरीके से हारी टीम
गौरतलब है कि गाले में हुए पहले टेस्ट के चौथे दिन चौथी पारी में 176 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को 63 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. भारत की दूसरी पारी में लंकाई स्पिनर रंगना हेराथ ने सात विकेट चटकाए जिससे भारत 112 रनों पर ही ढेर हो गया.
बातों की जगह खेलने पर हो ध्यान
गावस्कर ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें आक्रामकता, प्रयोगात्मक और जो भी बाकी चीज हैं उनके बारे में बात बंद कर देनी चाहिए. मुझे लगता है कि हमें खेल पर ध्यान लगाना चाहिए और खेल खेलना शुरू कर देना चाहिए. हम कैसा क्रिकेट खेलेंगे इसके बारे में हमें किसी को स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है. आपको ऐसा क्रिकेट खेलना है जो आपकी टीम के अनुकूल हो, जो उस स्थिति के अनुकूल हो जिसमें आपकी टीम है, उस पिच के अनुकूल हो जिस पर आप खेल रहे हैं और उस विरोधी को देखते हुए आपके अनुकूल हो जिसके खिलाफ आप खेल रहे हैं.'
हर हाल में जीत होना चाहिए लक्ष्य
गावस्कर ने आगे कहा, 'और यह क्रिकेट खेलने का एकमात्र तरीका है. आक्रामक क्रिकेट को लेकर बात और अन्य बातें अब बंद हो जानी चाहिए और आपको सिर्फ अच्छे क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहिए. यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है, अच्छा क्रिकेट खेलना, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह रक्षात्मक क्रिकेट है या आक्रामक क्रिकेट, आखिर अंत में आप चाहते हैं कि आपकी टीम जीते, यह सामान्य सी बात है.
बड़ी बढ़त के बाद भी हारे
आपको बता दें कि श्रीलंका को पहली पारी में 183 रनों पर समेटने के बाद भारत ने अपनी पहली पारी में 375 रन बनाकर 192 रनों की बढ़त हासिल की थी. लेकिन दूसरी पारी में दिनेश चांदीमल के नाबाद 162 रनों की मदद से श्रीलंका ने वापसी की और बाद में स्पिनरों ने मेजबान टीम को जीत दिला दी.
ये हार थी सबसे ज्यादा निराशाजनक
गावस्कर ने कहा, 'यह भारत की सबसे निराशाजनक हारों में से एक है. क्योंकि इस तरह की बड़ी बढ़त मिलने के बाद आपको जीतने की उम्मीद होती है. लेकिन इतनी बड़ी बढ़त लेने के बावजूद भारत दोनों दूसरी पारियों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया. जब वे श्रीलंका को गेंदबाजी कर रहे थे तब भी और जब वे चौथी पारी में बल्लेबाजी करने उतरे तब भी. मैंने कहा था कि अगर भारत को 170 के आसपास लक्ष्य मिला तो यह काफी कड़ी चुनौती होगी.' गावस्कर का अब भी मानना है कि भारत के पास अगले दो मैचों में वापसी करने के लिए प्रतिभा मौजूद है.
इनपुट: भाषा