भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मुकाबले में 21 रनों से हार झेलनी पड़ी. बुधवार (22 मार्च) को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया को जीत के लिए 270 रनों का टारगेट मिला था, लेकिन उसकी पूरी टीम 49.1 ओवरों में 248 रनों पर सिमट गई. इस हार के चलते टीम इंडिया को डबल झटका लगा. एक तो उसने तीन मैचों की वनडे सीरीज को 1-2 से गंवा दिया. वहीं वनडे रैंकिंग में उसकी नंबर-1 की बादशाहत भी समाप्त हो गई.
भारतीय टीम को अपने घर में चार साल के बाद किसी वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है. इससे पहले उसे मार्च 2019 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. भारतीय टीम की सीरीज हार के पीछे कई वजहें रहीं. आइए जानते हैं उन पांच मुख्य वजहों के बारे में जिसके चलते टीम इंडिया के हाथ से वनडे सीरीज निकल गई.
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1. टॉप ऑर्डर का निराशाजनक प्रदर्शन: भारतीय टीम की सीरीज हार की सबसे बड़ी वजह टॉप ऑर्डर का फ्लॉप शो ही रहा. दूसरे वनडे मुकाबले में जिस तरह भारत ने मिचेल स्टार्क के आगे घुटने टेके थे, वो बेहद निराशाजनक रहा. पहले मैच में भी भारतीय टीम की कुछ ऐसी ही स्थिति बन चुकी थी, लेकिन तब केएल राहुल और रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम की नैया पार लगा दी थी. तीसरे मुकाबले में भारत को स्टार्ट तो बढ़िया मिला, लेकिन अहम मौकों पर उसने विकेट गंवाए और मुकाबला उसके हाथ से निकल गया.
2. सूर्यकुमार यादव का ट्रिपल गोल्डन डक: श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति में सूर्यकुमार यादव से इस सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वह तीनों पारियों को मिलाकर एक रन तक नहीं बना पाए. तीनों ही मुकाबले में सूर्यकुमार यादव पहली गेंद पर चलते बने. मुंबई और विशाखापट्टनम वनडे में सूर्या को मिचेल स्टार्क ने अपना शिकार बनाया था. वहीं चेन्नई वनडे में उन्हें एश्टन एगर ने आउट किया. चेन्नई वनडे में सूर्यकुमार यादव को सातवें नंबर पर भेजा गया था, लेकिन यह प्रयोग भी नाकाम रहा.
3. ऑस्ट्रेलिया का निचला क्रम: तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय 138 रनों पर पांच विकेट खो चुकी थी. तब ऐसा लग रहा था कि वह 200 रनों के स्कोर तक भी नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन एलेक्स केरी, मार्कस स्टोइनिस, सीन एबॉट और एश्टन एगर जैसे प्लेयर्स ने मिलकर भारतीय टीम को परेशान कर दिया. पहले एलेक्स केरी और मार्क स्टोइनिस (25) के बीच छठे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी हुई. फिर सीन एबॉट (26) और एश्टन एगर (17) के बीच आठवें विकेट के लिए 42 रनों की साझेदारी से मेहमान टीम ने दबदबा बनाया. बाद में मिचेल स्टार्क और एडम जाम्पा ने अंतिम विकेट के लिए महत्वपूर्ण 22 रन जोड़े.
4. शॉट सेलेक्शन: खराब शॉट सेलेक्शन भी भारतीय टीम को इस सीरीज में ले डूबा. तीसरे वनडे मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने लेग-स्पिनर एडम जाम्पा पर अटैक करने की कोशिश की, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा. केएल राहुल ने जाम्पा की गेंद पर सिक्सर मारना चाहा और लॉन्ग-ऑन पर लपके गए. वहीं जाम्पा ने हार्दिक पंड्या और रवींद्र जडेजा को भी अहम मौके पर आउट किया, जिन्होंने इस स्पिन गेंदबाज को निशाने पर लेने की कोशिश की. विराट कोहली ने भी एश्टन एगर की गेंद पर जिस तरह का शॉट खेलकर अपना विकेट फेंका उसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी. यहां तक कि कप्तान रोहित शर्मा ने भी ऐसा पुल शॉट खेला जिसमें विश्वास की कमी थी.
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5. प्रयोग करना भी पड़ गया भारी: भारतीय टीम ने निर्णायक मुकाबले में प्रयोग भी करने की कोशिश की. सूर्यकुमार यादव पहले दो मैचों में चौथे नंबर पर उतरे थे, लेकिन यहां पर उन्हें सातवें क्रम पर बैटिंग के लिए भेजा गया. इस तीसरे मैच में केएल राहुल नंबर-चार और अक्षर पटेल पांचवें पोजिशन पर बल्लेबाजी के लिए उतरे. अक्षर पटेल को उतारने का मकसद लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन बनाना था, लेकिन यह प्रयोग असफल रहा और अक्षर सिर्फ दो रन बनाकर रनआउट हो गए.
भारत-ऑस्ट्रेलिया ODI सीरीज का हाल (2023):
पहला मैच (मुंबई)- भारत की पांच विकेट से जीत
दूसरा मैच (विशाखापट्टनम)- ऑस्ट्रेलिया 10 विकेट से जीता
तीसरा मैच (चेन्नई)- ऑस्ट्रेलिया की 21 रन से जीत
सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर:
1.मिचेल मार्श (ऑस्ट्रेलिया)- 194 रन
2. केएल राहुल (भारत)- 116 रन
3. ट्रेविस हेड (ऑस्ट्रेलिया)- 89 रन
4. विराट कोहली (भारत)- 89 रन
5 रवींद्र जडेजा (भारत)- 79 रन
सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले प्लेयर:
1. मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया)- 8 विकेट
2. मोहम्मद सिराज (भारत)- 5 विकेट
3. एडम जाम्पा (ऑस्ट्रेलिया)-4 विकेट
4. हार्दिक पंड्या (भारत)- 4 विकेट
5. सीन एबॉट (ऑस्ट्रेलिया)- 4 विकेट