टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि बारिश रुकने के बाद फ्लोरिडा में दूसरा टी20 मैच रद्द नहीं किया जाना चाहिए था. जीत के लिए वेस्टइंडीज ने 144 रन का लक्ष्य रखा था और जवाब में बारिश होने से पहले भारत ने दो ओवर में बिना कोई विकेट खोए 15 रन भी बना लिए थे.
टीम इंडिया की उम्मीदों पर फिरा पानी
15 मिनट की बारिश ने ना सिर्फ मैच बल्कि टीम इंडिया की सीरीज बराबरी करने की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. कप्तान धोनी ने कहा कि आउटफील्ड इतना भी खराब नहीं था और 2011 में उन्होंने इंग्लैंड में इनसे खराब हालात में मैच खेले थे.
मानना पड़ा अंपायर्स का फैसला: धोनी
धोनी ने कहा, 'मैंने तकरीबन 10 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में इनसे भी खराब हालात में मैच खेले हैं. 2011 में इंग्लैंड में हुई वनडे सीरीज का हर मैच लगभग बारिश में खेला गया था. खेलना, ना खेलना अंपायर्स के फैसले पर निर्भर करता है. अगर वो कहते हैं की ग्राउंड खेलने लायक नहीं था, तो हमें वो मानना होगा. जिस जगह मैदान थोड़ा खराब था, वो गेंदबाजों के रन अप एरिया से काफी दूर था. वैसे भी, इस टीम (वेस्टइंडीज) में कोई शोएब अख्तर तो है नहीं, तो ये ज्यादा चिंता की बात नहीं थी.'
मैच रद्द करने का फैसला सही: ब्रेथवेट
वहीं वेस्टइंडीज के कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट ने कहा कि अंपायर्स ने मैच रद्द कर सही फैसला लिया. ब्रेथवेट ने कहा, 'दो या तीन जगह मैदान खराब था और ये चिंता का विषय था. गेंदबाजों के रन अप और मिड-ऑन पर कई पैचेज थे, जो खतरनाक हो सकते थे.'