पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा के नेतृत्व में सीनियर सेलेक्शन कमेटी में शामिल एबे कुरुविल्ला को श्रीलंका के खिलाफ टीम चयन से पहले अपना पद छोड़ना पड़ा है. दरअसल,बीसीसीआई के नियम के अनुसार एक कमेटी में कोई सदस्य 5 साल से ज्यादा वक्त तक नहीं रह सकता है, इस वजह से श्रीलंका के खिलाफ अहम सीरीज के पहले कुरुविला को अपना पद छोड़ना पड़ा. कुरुविला ने 2020 में भारतीय सीनियर सेलेक्शन कमेटी में वेस्ट जोन का प्रतिनिधित्व किया था, इससे पहले वह 4 साल तक लगातार जूनियर टीम सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन बने थे.
श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम को टेस्ट के फॉर्मेट में एक नया कप्तान चुनना है. दक्षिण अफ्रीका में हार के बाद विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया था. कुरुविला के नेतृत्व में चुनी गई भारतीय अंडर-19 टीम ने 2012 में अंडर-19 विश्व कप में विजय हासिल की थी.
इस तरह बोर्ड के नए नियमों के मुताबिक कुरुविला अपना 5 साल का कार्यकाल बतौर सेलेक्शन कमेटी सदस्य अपना समय बिता चुके हैं और उन्हें अब अपना पद छोड़ना पड़ा. अब सेलेक्शन कमेटी में 4 सदस्य बचे हैं, जिसमें चेतन शर्मा (चेयरमैन), सुनील जोशी, हरविंदर सिंह और देबाशीष मोहंती शामिल हैं.
BCCI जल्द ही अब सीनियर सेलेक्शन कमेटी में वेस्ट जोन के प्रतिनिधित्व करने के लिए नए विकल्प की तलाश करेगा. विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद टीम इंडिया को एक नया कप्तान चुनना है, जिससे इस वक्त सेलेक्शन कमेटी का रोल सबसे अहम हो जाता है. बोर्ड अब एबे कुरुविला को BCCI में कोई नया पद दे सकती है. कुरुविला को गेम डेवेलपमेंट मैनेजर का पद मिलने की काफी उम्मीदें हैं.
90 के दशक के सबसे लंबे गेंदबाजों में शुमार एबे कुरुविला ने भारतीय टीम के लिए 10 टेस्ट और 25 वनडे मुकाबले खेले हैं. कुरुविला ने टेस्ट में 25 विकेट और वनडे में भी 25 विकेट हासिल किए हैं. एबे कुरुविला 1997 में भारतीय टीम के नियमित सदस्य के रूप में नजर आए थे जिसके बाद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिला.