India in World Test Championship: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 2019 से वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की शुरुआत की थी. इसके दो सीजन हो चुके हैं. दो साल तक चलने वाली इस चैम्पियनशिप के पहले सीजन में न्यूजीलैंड और दूसरे सीजन में ऑस्ट्रेलिया ने खिताब जीता. जबकि दोनों ही बार भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची और हर बार हार झेलनी पड़ी.
दो साल तक चलने वाली इस चैम्पियनशिप के तीसरे सीजन का आगाज भारतीय टीम ने कर दिया है. उसने अपनी पहली सीरीज वेस्टइंडीज दौरे पर खेली. यहां 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला पारी और 141 रनों के अंतर से जीत लिया है. अब दूसरा टेस्ट मैच 20 जुलाई से पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला जाएगा.
वेस्टइंडीज को क्लीन स्वीप करेगी टीम इंडिया?
दिग्गजों का मानना है कि कमजोर वेस्टइंडीज के भारतीय टीम दूसरा टेस्ट भी जीतकर सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप कर देगी. इसी के साथ भारतीय टीम WTC के तीसरे सीजन में सीरीज जीत के साथ शुरुआत तो करेगी, मगर उसकी असली चुनौती इसके बाद ही शुरू होगी.
दरअसल, WTC में हर एक टीम को 6 सीरीज खेलनी होती है. इसमें 3 विदेशी और बाकी तीन सीरीज अपने घर में खेलनी होती है. इसी फॉर्मेट के तहत भारतीय टीम को भी 6 सीरीज खेलनी हैं. पहली सीरीज वेस्टइंडीज से जारी है. जबकि दूसरी सीरीज इसी साल के आखिर यानी दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे पर शुरू होगी.
अफ्रीका के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में ही तीन सीरीज खेलनी है. इसके बाद चैम्पियनशिप के तहत आखिरी सीरीज ऑस्ट्रेलिया से उसी के घर में खेलनी है. यानी साफ है कि भारतीय टीम के लिए WTC के तीसरे सीजन में चुनौती आसान नहीं रहने वाली है.
अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से जीतना मुश्किल
टीम इंडिया को इन 6 सीरीज के तहत कुल 19 टेस्ट मैच खेलने हैं. एक मुकाबला विंडीज के खिलाफ हो चुका है. ऐसे में यदि भारतीय टीम को लगातार तीसरे सीजन का फाइनल खेलना है, तो उसे हर हाल में बाकी बचे 18 मैचों में दमदार प्रदर्शन करना होगा. विंडीज के बाद बाकी बची 5 सीरीज में से साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से कड़ी टक्कर मिल सकती है, क्योंकि भारतीय टीम को उनके ही घर में यह सीरीज खेलनी है.
जबकि अपने घर में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेलनी हैं. ऐसे में इन दोनों टीमों को भी कमजोर नहीं समझा जा सकता. देखा जाए तो यह सीरीज जीतने भी भारतीय टीम को ऐढ़ी चोटी का जोर लगाना होगा.
भारतीय टीम को इन 6 टीमों के खिलाफ खेलनी है सीरीज
विदेशी जमीन पर सीरीज
वेस्टइंडीज - 2 टेस्ट - जुलाई 2023
साउथ अफ्रीका - 2 टेस्ट - दिसंबर 2023 से जनवरी 2024
ऑस्ट्रेलिया - 5 टेस्ट - नवंबर 2024 से जनवरी 2025
घरेलू सीरीज
इंग्लैंड - 5 टेस्ट - जनवरी से फरवरी 2024
बांग्लादेश - 2 टेस्ट - सितंबर से अक्टूबर 2024
न्यूजीलैंड - 3 टेस्ट - अक्टूबर से नवंबर 2024
टेस्ट चैम्पियनशिप में कैसे मिलते हैं पॉइंट्स?
मैच जीतने पर 12 अंक दिए जाते हैं. मैच टाई होने पर 6, ड्रॉ होने पर 4 और हारने पर कोई अंक नहीं मिलता है. यानी साफ है कि यदि 2 टेस्ट की सीरीज है, तो सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर कुल 12 अंक ही मिलेंगे. यदि 5 टेस्ट की सीरीज है, तो सीरीज के कुल अंक 60 होंगे.
जबकि पर्सेंटेज (%) ऑफ पॉइंट्स की बात करें तो मुकाबला जीतने पर 100, टाई पर 50, ड्रॉ रहने पर 33.33 प्रतिशत के हिसाब से पॉइंट्स मिलते हैं. मैच हारने पर कोई प्रतिशत पॉइंट्स नहीं मिलेगा. पॉइंट्स टेबल में टीमों की स्थिति पर्सेंटेज ऑफ पॉइंट्स के आधार पर ही तय की जाती है.