टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 7 पर 536 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम ने दूसरे दिन के स्टंप्स तक 3 विकेट गंवा कर 131 रन बना लिए हैं.
श्रीलंका के विकेट्स
श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहली ही गेंद पर एक विकेट गिर गया. शमी ने दिमुथ करुणारत्ने को ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच करा दिया.5.1 ओवर में दूसरा विकेट भी गिर गया. जब इशांत शर्मा ने धनंजय डिसिल्वा को एलबीडब्लू कर दिया.तीसरा विकेट दिलरुवान परेरा (42) का रहा, जब 18.4 ओवर में रवींद्र जडेजा ने उन्हें एलबीडब्लू कर दिया.
स्मॉग के बाद कोहली ने घोषित की पारी
दिल्ली टेस्ट के दूसरे दिन भारत की पहली के दौरान श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने 4 बार खेल रुकवाया. उनकी शिकायत थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. दिलरुवान परेरा के 127वां ओवर करने के बाद लक्षण संदाकन ओवर करने आए. उस वक्त फील्ड पर श्रीलंका के केवल 10 खिलाड़ी थे. इस ओवर की 5 बॉल ही हुई थीं, कि इसके बाद चांडीमल ने फिर खेल को रुकवा दिया.
भारी ड्रामे के बीच भारत ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को दूसरे सत्र में अपनी पहली पारी सात विकेट पर 536 रनों पर घोषित कर दी. मैदान से जाते वक्त स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने श्रीलंकाई टीम की हूटिंग की और लूजर कहकर उन्हें हूट किया. टीम इंडिया की ओर से विराट कोहली ने 243 रन बनाए जबकि मुरली विजय ने 155 रनों की पारी खेली.
कोहली ने दूसरे दिन 156 रन से आगे खेलना शुरू किया और कुछ ही देर में अपनी छठी टेस्ट डबल सेंचुरी भी पूरी कर ली. इसी के साथ ही उन्होंने कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में वेस्टइंडीज के दिग्गज ब्रायन लारा के वर्ल्ड रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. भारतीय कप्तान 287 गेंद पर 243 रन (25 चौके) बनाकर आउट हुए.
इससे पहले नागपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने 5वां दोहरा शतक लगाया था और बतौर कप्तान सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में ब्रायन लारा के साथ संयुक्त रूप से पहले नंबर पर पहुंच गए थे. लेकिन दिल्ली में उन्होंने लारा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. लारा के नाम बतौर कप्तान टेस्ट में 5 दोहरे शतक हैं.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 5000 रन पूरे कर लिए हैं. श्रीलंका के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल पर चौके के साथ 25 रन के आंकड़े को पार करते ही कोहली ने यह उपलब्धि हासिल की. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज हैं.
कोहली ने अपनी 105वीं पारी में यह कारनामा किया. भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 5000 टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर के नाम दर्ज है, जिन्होंने 95 पारियों में इस आंकड़े को छुआ है. भारत के लिए कोहली से कम पारियों में 5000 टेस्ट रन गावस्कर के अलावा वीरेंद्र सहवाग (99) और सचिन तेंदुलकर (103) ने बनाए हैं.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 5000 रन बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के नाम है, जिन्होंने सिर्फ 56 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी. उनके अलावा टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कोई बल्लेबाज 90 पारियों में भी 5000 रन नहीं बना पाया है.
मुरली विजय ने शानदार बैटिंग करते हुए टेस्ट करियर की 11वीं सेन्चुरी लगाई. विजय ने अपनी 155 रनों की पारी में 13 चौके लगाए. इससे पहले नागपुर में हुए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भी उन्होंने सेन्चुरी लगाते हुए 128 रन बनाए थे. विजय ने रणजी ट्रॉफी में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए उन्होंने ओड़िशा के खिलाफ कटक में 140 रन बनाकर टेस्ट में वापसी की थी. तब शिखर धवन ने निजी कारणों से नागपुर टेस्ट से छुट्टी ली थी. कुल मिलाकर विजय ने 53 टेस्ट में 11वीं संचुरी बनाई है.
टीम इंडिया के विकेट्स
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, और 42 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिर गया. 9.6 ओवर में शिखर धवन (23) को दिलरुवान परेरा की गेंद पर सुरंगा लकमल ने कैच कर लिया. भारत को दूसरा झटका 20.2 ओवर में 78 के स्कोर पर लगा. जब लाहिरू गमागे की गेंद पर सदीरा समरविक्रमा ने चेतेश्वर पुजारा (23) को कैच कर लिया.
टीम का तीसरा विकेट 361 के स्कोर पर गिरा जब मुरली विजय (155) को लक्षण रंगीका ने विकेटकीपर डिकवेला के हाथों स्टंप आउट करा दिया. इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए अजिंक्य रहाणे (1) को भी रंगीका ने डिकवेला के हाथों स्टंप आउट करा कर भारत को चौथा झटका दिया. दूसरे दिन लंच से ठीक पहले, रोहित 117.5 ओवर में संदकन की गेंद पर डिकवेला को कैच दे बैठे. इसके बाद रविंचद्रन अश्विन (4) का विकेट गिरा. इसी बीच कप्तान कोहली भी अपने टेस्ट करियर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रनों पर लक्षण संदकन की गेंद एलबीडब्लू करार दे दिए गए.
कंगारुओं के बराबर जा बैठेगा भारत
भारतीय टीम ने कोहली की अगुवाई में पिछली 8 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की है और अगर वह दिल्ली में खेले जाने वाले इस टेस्ट को ड्रॉ भी करा लेती है, तो वह लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतने के ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी. 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी ही धरती पर 0-2 से सीरीज गंवाने के बाद विराट ब्रिगेड लगातार 8 टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है. टीम इंडिया ने इस दौरान भारत में पांच, श्रीलंका में दो और वेस्टइंडीज में एक सीरीज जीती है.
गांगुली के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे कोहली
विराट कोहली के पास इस मैच में जीत के साथ भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान के रूप में सौरव गांगुली की बराबरी करने का मौका होगा. गांगुली की अगुवाई में भारत ने 49 मैचों में 21 जीत दर्ज की जबकि कोहली की अगुवाई में भारत अब तक 31 मैचों में 20 जीत दर्ज कर चुका है. कप्तान के रूप में इन दोनों से अधिक जीत सिर्फ धोनी (60 मैचों में 27 जीत) के नाम दर्ज हैं.