Team India, ODI World Cup 2023: भारत की मेजबानी में खेला जा रहा आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 अब सेमीफाइनल की ओर तेजी से बढ़ रहा है. मेजबान भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में अपना दमदार खेल दिखाया है. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने अब तक 5 मैच खेले और सभी में जीत दर्ज की है.
मौजूदा प्वाइंट्स टेबल (25 अक्टूबर तक) में भारतीय टीम 10 अंकों के साथ टॉप पर काबिज है. उसका नेट रनरेट भी +1.353 सॉलिड है. अपने अब तक के वर्ल्ड कप अभियान में भारतीय टीम ने 5 बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड जैसी स्टार टीमों के शिकस्त दी है.
इसी बीच अफगानिस्तान और बांग्लादेश को भी करारी शिकस्त देकर नेट रनरेट सुधारा है. अब भारतीय टीम के बाकी मुकाबले इंग्लैंड (29 अक्टूबर), श्रीलंका (2 नवंबर), साउथ अफ्रीका (5 नवंबर) और नीदरलैंड्स (12 नवंबर) से होने हैं.
अब यहां फैन्स के मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ है कि एकदम से भारतीय टीम वर्ल्ड कप में इस तरह फॉर्म में आई और सभी देशों को बुरी तरह हराने लगी है? आइए समझते हैं भारतीय टीम के अब तक के वर्ल्ड कप सफर को...
एक यूनिट की तरह खेल रही है भारतीय टीम
वर्ल्ड कप के बीच पाकिस्तान समेत कुछ टीमों के अंदर खिलाड़ियों और स्टाफ में आपसी टकराव की खबरें आई हैं. मगर भारतीय टीम में ऐसे किसी विवाद की झलक तक नहीं दिख रही. यानी ऐसा कोई विवाद टीम से अभी कोसों दूर है. पूर्व कप्तान विराट कोहली और मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा की गले मिलने वाली तस्वीरें काफी चर्चा में रही हैं. ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत भाईचारे से भरा है. टीम में अनुभव और फ्रेशनेस का अच्छा संतुलन बना गया है.
ओपनिंग में मिल रही है तेज शुरुआत
ऊपर हमने जो अनुभव और फ्रेशनेस के अच्छे संतुलन की बात की, वो ओपनिंग में भी देखने को मिल रहा है. 36 साल के अनुभवी रोहित शर्मा के साथ 24 साल के शुभमन गिल धमाकेदार अंदाज में शुरुआत दे रहे हैं. हालांकि शुरुआती दो मुकाबलों में गिल नहीं खेले थे. तब 25 साल के ईशान किशन ने मोर्चा संभाला था.
रोहित ने ओपनिंग में एक शतक और एक फिफ्टी जमाई है. दो बार 40+ स्कोर बनाया है. ऐसे में उन्होंने धमाकेदार शुरुआत दी है. गिल ने भी 3 मैचों में एक फिफ्टी लगाई है. एक मैच में ईशान ने 47 रन बनाए थे. ऐसे में भारत का ओपनिंग डिपार्टमेंट दमदार नजर आ रहा है.
मिडिल ऑर्डर में भी सभी प्लेयर निभा रहे है जिम्मेदारी
ओपनिंग के अलावा मिडिल ऑर्डर में भी सभी प्लेयर अपनी जिम्मेदार बखूबी निभा रहे हैं. इसका उदाहरण विराट कोहली हैं, जिन्होंने पहले मैच से 5वें मुकाबले तक 4 बार मैच विनिंग पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 2 नाबाद पारियां खेलीं. पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम ने 2 रनों पर ही 3 विकेट गंवा दिए थे.
तब कोहली ने केएल राहुल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 165 रनों की मैच विनिंग पार्टनरशिप की थी. तब राहुल ने नाबाद 97 और कोहली ने 85 रन बनाए थे. इसके अलावा कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 103 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 95 रनों की मैच विनिंग पारी खेली थी. इनके अलावा मिडिल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर भी दमदार फॉर्म में हैं.
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 50 से ज्यादा स्कोर बनाने वाले प्लेयर
21 - सचिन तेंदुलकर
12 - कुमार संगकारा
12 - शाकिब अल हसन
12 - विराट कोहली
हालांकि स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के चोटिल होने से टीम को थोड़ा झटका जरूर लगा, लेकिन उनके बगैर न्यूजीलैंड जैसी तगड़ी टीम को पटखनी दी है. इस मैच में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने पंड्या की कमी को पूरा किया था.
भारतीय टीम में गेंदबाजों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन
अब तक भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाज, दो स्पिनर (इसमें भी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा) और एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के साथ मैचों में उतरी है. यह टीम को बेहद मजबूती दे रहा है. हालांकि पंड्या इस समय चोटिल हैं. मगर वो जल्द ही टीम में लौटेंगे. मगर यह कॉम्बिनेशन किसी भी विपक्षी टीम को उखाड़ फेंकने के लिए काफी है.
तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 3 मैच में 2 विकेट लिए. जबकि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने एक विकेट लिया. मोहम्मद शमी को पहला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला, जिसमें वो 5 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच रहे. इनके अलावा जसप्रीत बुमराह (11), कुलदीप यादव (8), रवींद्र जडेजा (7) और मोहम्मद सिराज (6) ने सभी 5 मैच खेले हैं.
वर्ल्ड कप में शमी का गेंदबाजी रिकॉर्ड
मैच: 12
विकेट: 36
औसत: 15.02
स्ट्राइक रेट: 17.6
इकोनॉमी रेट: 5.09
बेस्ट इकोनॉमी रेट के मामले में भी भारतीय आगे
गेंदबाजी में मामले में बेस्ट इकोनॉमी रेट के साथ सबसे किफायती गेंदबाजी करने के मामले में भी भारतीय गेंदबाज ही सबसे आगे हैं. वर्ल्ड कप 2023 में बेस्ट इकोनॉमी रेट वाले गेंदबाजों की लिस्ट में अश्विन टॉप पर हैं, जिनका इकोनॉमी रेट 3.40 का रहा है. उसके बाद बुमराह का इकोनॉमी रेट 3.80 का रहा है. तीसरे नंबर पर जडेजा हैं, जिनका इकोनॉमी रेट 3.97 का रहा है.
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट लेने वाले भारतीय
2 - मोहम्मद शमी
1 - कपिव देव
1 - वेंकटेश प्रसाद
1 - रोबिन सिंह
1 - आशीष नेहरा
1 - युवराज सिंह
घरेलू पिचों पर मिल रहा है भरपूर फायदा
क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पूरा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट ही भारत की मेजबानी में खेला जा रहा है. इससे पहले पाकिस्तान और श्रीलंका भी संयुक्त मेजबान रहे थे. अपने घर में टूर्नामेंट होने के कारण भारतीय टीम को पिचों से भरपूर फायदा मिल रहा है. भारतीय टीम का अपनी पिचों पर रिकॉर्ड भी कमाल का रहा है. पिछली सीरीज की जीतों ने भी टीम को भरपूर कॉन्फिडेंस दिया है. हाल ही में भारतीय टीम ने अपने ही घर में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से शिकस्त दी थी. जबकि श्रीलंका में एशिया कप 2023 खिताब जीता था.
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा बार 4 विकेट लेने वाले गेंदबाज
6 - मिचेल स्टार्क
5 - इमरान ताहिर
5 - मोहम्मद शमी
वनडे वर्ल्ड कप में अब तक शमी के अलावा कोई भी भारतीय गेंदबाज 2 से ज्यादा बार 4 विकेट नहीं ले सका है.
टारगेट चेज करने में भी दिख रहा है जुझारूपन
भारतीय टीम ने इस वर्ल्ड कप में अब तक सभी 5 मैचों में टारगेट चेज ही किया है. इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने चेज के दौरान अपना जुझारूपन दिखाया है, खासकर फैन्स ने विराट कोहली को चेज मास्टर का तमगा भी दे दिया है. यह कहना गलत नहीं होगा कि 5 में से 4 मैच कोहली के दम पर ही जीते हैं. इस दौरान कोहली ने 85, नाबाद 55, 16, नाबाद 103 और 95 रनों की पारियां खेली हैं. इन सभी मैचों में रोहित शर्मा, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या और जडेजा से भरपूर साथ मिला है. इन सभी ने विपक्षी गेंदबाजों को खौफजदा किया है.
ऑलराउंडर हार्दिक और जडेजा कर रहे टीम को बैलेंस
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने टीम को बैलेंस किया है. पंड्या ने अब तक 4 मैच खेले, लेकिन उन्हें सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैटिंग का मौका मिला था. तब उन्होंने नाबाद 11 रन बनाए थे. उसी तरह जडेजा ने 5 मैच खेले, जिसमें से वो एक बार न्यूजीलैंड के खिलाफ ही बैटिंग कर सके. इस दौरान उन्होंने नाबाद 39 रन बनाए थे.
इसका मतलब है कि भारतीय बैटिंग बाकी 4 मैचों में इन खिलाड़ियों तक पहुंची ही नहीं और टीम ने मैच जीत लिया. इससे टॉप ऑर्डर की ताकत का भी पता चलता है. साथ ही यह भी समझने वाली बात है कि जब भी दोनों को बैटिंग का मौका मिला, उन्होंने नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिलाई है. खासकर जडेजा की न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 39 रनों की पारी बेहद खास रही थी.
इसके अलावा दोनों ने गेंदबाजी में भी अपने ओवर पूरे किए और विकेट भी चटकाए हैं. पंड्या ने 3 मैचों में 5 विकेट लिए. जबकि जडेजा ने 7 विकेट अपने नाम किए. हालांकि पंड्या अभी चोटिल हैं और हो सकता है कि अगले दो मुकाबलों से भी बाहर रहें.
बुमराह और कुलदीप का तोड़ नहीं ढूंढ पा रहीं विपक्षी टीमें
चोट के बाद वापसी करने वाले बुमराह अपने अलग ही रंग में नजर आ रहे हैं. इस बार वो अपनी गेंदबाजी में इन स्विंग का एक अलग ही हथियार लेकर लौटे हैं. इसके जाल में उन्होंने अब तक कई दिग्गज और स्टार खिलाड़ियों को फंसाया है. बुमराह शुरुआत में जो झटके देते हैं, उससे विपक्षी टीम निकल भी नहीं पाती है कि बीच में कुलदीप की स्पिन से जूझना पड़ जाता है. अब तक विपक्षी टीमें इन दोनों का तोड़ नहीं निकाल सकी हैं.
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय
44 - जहीर खान
44 - जवगल श्रीनाथ
36 - मोहम्मद शमी
31 - अनिल कुंबले
29 - जसप्रीत बुमराह
28 - कपिल देव
एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा छक्कों का रिकॉर्ड
58 - एबी डिविलियर्स (2015)
56 - क्रिस गेल (2019)
50* - रोहित शर्मा (2023)
48 - शाहिद आफरीदी (2002)
47 - मोहम्मद वसीम (2023)
गिल का ऐतिहासिक रिकॉर्ड, बनाए सबसे तेज 2 हजार वनडे रन (पारियों में)
38 - शुभमन गिल
40 - हाशिम अमला
45 - जहीर अब्बास
45 - केविन पीटरसन
45 - बाबर आजम
45 - रासी वेन डेर डुसेन
कोच, सपोर्टिंग स्टाफ और टीम में गजब का तालमेल
भारतीय टीम की कोचिंग पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ संभाल रहे हैं. बैटिंग कोच की भूमिका में विक्रम राठौड़ जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पारस म्हाम्ब्रे गेंदबाजी और टी दिलीप फील्डिंग कोच की भूमिका में हैं. इनके अलावा भी बाकी सपोर्ट स्टाफ भी पिछले कुछ समय से टीम के साथ जुड़ा हुआ है. ऐसे में इन सभी कोचिंग और बाकी स्टाफ के साथ खिलाड़ियों का तालमेल काफी शानदार हो गया है.
सबसे बड़ी बात यह है कि हर खिलाड़ी की कमी का आकलन कर उस पर तुरंत काम किया जाता है. इससे बाकी टीमें भारत की कमी पकड़ नहीं पा रही हैं. यही एक बड़ा कारण भी है कि कोई भी विपक्षी टीम भारत पर हावी नहीं हो पा रही है. यही सारी खूबियां इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की जीत की गारंटी भी बनती जा रही हैं और उसे खिताब का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. (सभी आंकड़े 25 अक्टूबर तक के हैं.)