भारतीय बल्लेबाजों के खराब शॉट चयन से खिन्न पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि भारत
वर्ल्ड कप सेमीफाइनल का दबाव नहीं झेल पाया और ऑस्ट्रेलिया उसे आसानी से हराने में सफल रहा.
गावस्कर ने कहा, ‘भारतीय टीम बड़े मैच का दबाव नहीं झेल पाई. भारतीय टीम आज हर विभाग विशेषकर बल्लेबाजी में नाकाम रही. वह पारी के दौरान मजबूत साझेदारी नहीं कर पाई. बल्लेबाजों ने गैरजिम्मेदाराना खेल दिखाया और कुछ खराब शॉट लगाए.’
उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को पूरे अंक मिलते हैं क्योंकि उसने पूरे मैच में भारत को किसी भी समय हावी नहीं होने दिया.’ गावस्कर ने कहा, ‘मुझे आज उनके शॉट के चयन ने सबसे अधिक निराश किया. विराट कोहली को अपने इस तरह के पुल शॉट में सुधार करने की जरूरत है. भारतीय बल्लेबाजों पर 329 रन के लक्ष्य का पीछा करने का दबाव साफ दिख रहा था. भारतीय बल्लेबाज अपनी गलतियों से नाकाम रहे और तेजी से रन बनाने के प्रयास में गलत शॉट खेलकर आउट हुए.’
पूर्व खिलाड़ियों की रायऑस्ट्रेलिया के खिलाफ
सेमीफाइनल में हार के बाद टीम इंडिया का वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट चुका है. इस हार के बाद पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि मौके गंवाने के कारण भारत सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर विश्व कप से बाहर हुआ.
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा, मेरा मानना है कि दो सर्वश्रेष्ठ टीमें फाइनल में पहुंची हैं. उन दोनों के पास विश्व कप के दो सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं और इन परिस्थितियों में वे सबसे अधिक संतुलित टीम हैं. भारत को भी आज स्टीव स्मिथ जैसी एक पारी की जरूरत थी. यदि ऐसा होता तो धोनी और जडेजा आखिर में तेजी से रन बना लेते. एक अन्य पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि भारत बेहतर टीम से पराजित हुआ.
उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने अच्छा टास जीता. इसके बाद भारत पर 329 रन का लक्ष्य हासिल करने का दबाव था. यदि भारत पहले खेलता और 329 रन बनाता तो ऑस्ट्रेलिया भी दबाव में होता. तीसरा ऑस्ट्रेलिया के पास बेहतर गेंदबाजी आक्रमण है. ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वार्न ने कहा कि भारत रोहित शर्मा और शिखर धवन से मिली अच्छी शुरूआत का फायदा नहीं उठा पाया. उन्होंने कहा, दोनों रोहित और शिखर ने अच्छी शुरूआत करके भारत को मौका दिया. इतना बड़ा हासिल करने के लिये जरूरत यह थी कि चोटी के तीन चार बल्लेबाजों में से कोई शतक जड़ता. विराट कोहली जल्दी आउट हो गया जिसके बाद भारत संघर्ष करने लगा.