भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच गुरुवार को झारखंड के रांची क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. रांची का नाम आते ही सबसे पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाम दिमाग में आता है, जिनके कारण रांची को क्रिकेट की दुनिया में पहचान मिली. रांची पहली बार किसी भी टेस्ट मैच की मेजबानी करने जा रहा है, किसी भी स्टेडियम के लिए काफी बड़ी बात है. लेकिन जब रांची का स्टेडियम इस इतिहास को रच रहा होगा, उस समय टीम इंडिया में 'रांची का राजकुमार' शामिल नहीं होगा. रांची का स्टेडियम भारत में टेस्ट क्रिकेट का आयोजन करवाने वाला 26 स्टेडियम होगा.
धोनी ने ढोल बजाकर की थी शुरुआत
रांची में पहला वनडे मैच 19 जनवरी 2013 में हुआ था, उससे पहले स्टेडियम की शुरुआत से एक दिन पहले ओपनिंग कार्यक्रम में महेंद्र सिंह धोनी का ढोल बजाना और इमोशनल स्पीच देना सभी को याद आता है. तब धोनी ने कहा था कि जब उन्होंने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी, तब बहुत मुश्किल होता था बताना कि वह कहां से आएं हैं, लेकिन स्टेडियम बनने के बाद ऐसी मुश्किल नहीं आएगी.
स्कूली बच्चे देखने आएंगे मैच
धोनी के पूर्व कोच केशव बनर्जी के अनुसार, आज धोनी की वजह से ही रांची के लिए इतना बड़ा मुकाम आया है, हमें दुख है कि इस समय धोनी ना ही कप्तान होंगे और ना ही टीम में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि हमनें यहां पर रोजाना के 10,000 पास स्कूल के बच्चों को बांटे हैं, धोनी उनके लिए स्टार है. और सभी चाहते हैं कि धोनी टेस्ट मैच देखने के लिए आए.
कुंबले को धोनी के आने की उम्मीद
रांची टेस्ट से पहले भारतीय टीम के कोच अनिल कुंबले ने कहा कि हमें खुशी है कि हम रांची में टेस्ट खेल रहे हैं, हमें पता है कि धोनी विजय हजारे ट्रॉफी में व्यस्त हैं लेकिन हम चाहते हैं कि वह समय निकाल कर टेस्ट मैच देखने आएं. कुंबले ने कहा कि हमें उम्मीद है कि रांची के लोग आने वाले टेस्ट में हमारा सपोर्ट करेंगे.
धोनी ने खेले हैं तीन वनडे
रांची स्टेडियम की शुरुआत के बाद से अभी तक यहां पर कुल 4 वनडे मैच हुए हैं, जिनमें से तीन मैच धोनी की अगुवाई में खेले गए हैं. 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए वनडे में धोनी ने 10 रन बनाये थे, और चौका मार कर टीम को जीत दिलाई थी. वहीं इसके अलावा धोनी ने यहां ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे खेला है. वहीं यहां खेले गए श्रीलंका के खिलाफ एक मात्र टी-20 में धोनी ने 9 रन बनाये थे.
धोनी ने लिया था पिच का जायजा
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही महेंद्र सिंह धोनी ने रांची टेस्ट से पहले स्टेडियम में जाकर पिच का जायजा लिया था. इससे यह समझा जा सकता है कि धोनी भले ही टीम से बाहर हों या रांची में ना हो फिर भी उन्हें मैच की चिंता है. शायद, उनकी ओर विराट को रांची के लिए कुछ इनपुट भी मिला हो.
कोहली देना चाहेंगे जीत का तोहफा
भारतीय कप्तान विराट कोहली खुद तो हालांकि फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन वह यहां पर ऑस्ट्रेलिया को पटखनी देकर अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रांची के सभी दर्शकों को जीत का तोहफा देना चाहेंगे. भारत और ऑस्ट्रेलिया की चार मैचों की टेस्ट सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है.