ब्रिस्टल में अंग्रेजों पर रोहित शर्मा आफत बनकर टूट रहे थे, क्योंकि विकेट के चारों तरफ रोहित रन बना नहीं, बरसा रहे थे. रोहित 56 गेंदों पर नाबाद 100 रन बना गए. इंग्लैंड के खिलाफ जीत से कप्तान कोहली भी गदगद हैं. उन्होंने कहा कि आगे भी वो इस तरह के प्रयोग करते रहेंगे.
दरअसल लक्ष्य बड़ा था, लिहाजा रोहित बड़ी सोच के साथ उतरे, जैसे सोच लिया हो कि फिनिश करके ही लौटना है. ना विकेट गंवाना है, ना रनों की रफ्तार रुकने देनी है. इस मिशन पर पूरी तरह खरे रोहित उतरे. रोहित ने अपनी धुआंधार पारी में 11 चौके, 5 छक्के जमाए. यही नहीं, तीसरा टी-20 इंटरनेशनल शतक भी रोहित जमा गए.
गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटे
रोहित ने किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा, वो लय में हों तो बख्शना उनकी बैटिंग डिक्शनरी से वैसे भी बाहर हो जाता है. वो तो बस गेंद को बाउंड्री लाइन से बाहर ही भेजते रहे. दूसरे छोर पर पहले विराट कोहली और फिर हार्दिक पंड्या के साथ ने रोहित का हौसला और बढ़ा दिया. हार्दिक पंड्या ने 38 रन देकर 4 शिकार भी किए.
टीम इंडिया को 199 का लक्ष्य मिला था, शुरुआत वैसे इंग्लैंड ने भी धमाकेदार की थी. लेकिन हार्दिक पंड्या और विकेटकीपर धोनी की जुगलबंदी ने आतिशी तेवरों में दिख रही इंग्लैंड की टीम को 200 से कम स्कोर पर समेटने में कामयाबी हासिल कर ली.
धोनी के नाम दो रिकॉर्ड्स
दरअसल, इस मैच में धोनी ने एक टी-20 इंटरनेशनल पारी में विकेट के पीछे 5 कैच लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. एक टी-20 इंटरनेशनल के मुकाबले में अब तक दुनिया का कोई विकेटकीपर एक ही पारी में पांच कैच लेने का कारनामा नहीं कर पाया था.
इसके अलावा धोनी टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 50 कैच लपकने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बन गए हैं. उन्होंने ये उपलब्धि अपने 93वें टी-20 में हासिल की है. धोनी ने डेब्यू मैच खेल रहे तेज गेंदबाज दीपक चाहर की गेंद पर जेसन रॉय को कैच आउट किया और अपने कैचों की फिफ्टी पूरी की.