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U-19 Women T20 World Cup Final: भारतीय टीम ने दूसरी बार वर्ल्ड कप जीत रचा इतिहास, खिताबी जीत में स्टार रहीं ये 5 खिलाड़ी

भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार वूमेन्स अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप जीता. निकी प्रसाद की अगुवाई वाली टीम ने तीनों डिपार्टमेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और खिताब अपने नाम किया. भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अजेय रही और उसने लगातार सात मैच जीते.

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India U19 Team With Trophy (Photo- Getty Images)
India U19 Team With Trophy (Photo- Getty Images)

भारतीय टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरी बार आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीता. रविवार (2 फरवरी) को कुआलालम्पुर के बयूमास ओवल में खेले गए फाइनल में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 9 विकेट से जीत हासिल की. साउथ अफ्रीका ने भारत को मुकाबला जीतने के लिए सिर्फ 83 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 11.2 ओवरों में ही हासिल कर लिया.

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बता दें कि महिला अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप का पहला संस्करण साल 2023 में साउथ अफ्रीका में आयोजित हुआ था, जिसमें भारतीय टीम शेफाली वर्मा की कप्तानी में चैम्पियन बनी थी. अब निकी प्रसाद की अगुवाई वाली टीम ने तीनों डिपार्टमेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और खिताब जीता. भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अजेय रही और उसने लगातार सात मैच जीते. अंडर-19 खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन से भारत की सीनियर महिला टीम का भी हौसला बढ़ा होगा. जिसे इस साल अगस्त-सितंबर में वनडे वर्ल्ड कप में भाग लेना है. वूमेन्स वनडे वर्ल्ड कप भारत की मेजबानी में ही होना है.

भारतीय टीम की खिताबी जीत में 5 खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही...

1. दाएं हाथ की ओपनर बल्लेबाज गोंगाडी तृषा ने सात मैचों में 77.25 की औसत से 309 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल था. तृषा सबसे ज्यादा रन बनाने वाली प्लेयर रहीं. तृषा ने फाइनल में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए पहले तो तीन विकेट चटकाए. उसके बाद नाबाद 44 रनों की पारी खेली. देखा जाए तो 19 वर्षीय तृषा ने अपनी लेगब्रेक बॉलिंग से टूर्नामेंट में कुल 7 विकेट लिए. तृषा 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' के अलावा फाइनल मुकाबले में 'प्लेयर ऑफ द मैच' भी चुनी गईं.

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Gongadi Trisha
गोंगाडी तृषा, फोटो: Getty Images

2. विकेटकीपर बल्लेबाज जी. कमलिनी ने 7 मैचों में 35.75 की औसत से 143 रन बनाए, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल रहे. कमलिनी ने गोंगाडी तृषा के साथ मिलकर अच्छे स्टार्ट्स दिलाए, जिससे टीम का काम आसान हो गया.

3. वैष्वी शर्मा टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज रहीं. बाएं हाथ की स्पिनर वैष्णवी ने 6 मैचों में 4.35 की बेहतरीन औसत से 17 विकेट लिए. वैष्णवी ने मलेशिया के खिलाफ हैट्रिक भी ली थी.

4. लेफ्ट-आर्म स्पिनर आयुषी शुक्ला ने भी कमाल दिखाया और 7 मैच खेलकर 14 विकेट लिए. आयुषी का एवरेज 5.71 रहा. वह सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर रहीं.

5. बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका सिसोदिया ने भी विपक्षी टीमों के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. परुणिका ने 6 मैचों में 5.80 के एवरेज से 10 विकेट हासिल किए. परुणिका टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर रहीं.

भारतीय टीम का खिताबी सफर:
1. वेस्टइंडीज को 9 विकेट से दी मात
2. मलेशिया के खिलाफ 10 विकेट से जीत
3. श्रीलंका को 60 रनों से हराया
4. बांग्लादेश के खिलाफ 8 विकेट से जीत
5. स्कॉटलैंड को 150 रनों से हराया
6. सेमीफाइनल में इंग्लैंड पर 9 विकेट से जीत
7. फाइनल में साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराया

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भारतीय टीम: निकी प्रसाद (कप्तान), सानिका चालके, गोंगाडी तृषा, जी कमलिनी, भाविका अहिरे, ईश्वरी अवसरे, मिथिला विनोद, वीजे जोशिथा, सोनम यादव, परुणिका सिसोदिया, केसरी द्रिथि, आयुषी शुक्ला, आनंदिता किशोर, शबनम शकील, वैष्णवी शर्मा.

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