भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने चोटिल सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की जगह किसी अन्य खिलाड़ी को इंग्लैंड नहीं भेजने के फैसले पर उठे विवाद पर गुरुवार को कहा कि यह चयन समिति से जुड़ा विषय है.
भारतीय टीम प्रबंधन ने अपने प्रशासनिक मैनेजर गिरीश डोंग्रे के जरिए 28 जून को गिल की जगह दो सलामी बल्लेबाजों को भेजने के लिए कहा था. उन्होंने पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडिक्कल के नाम भी सुझाए थे. लेकिन चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने दो दिन पहले तक कोई औपचारिक उत्तर नहीं भेजा था, क्योंकि चार सलामी बल्लेबाज पहले से ही टीम में हैं.
गांगुली जब गुरुवार को अपने 49वें जन्मदिन के अवसर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे, तो उनसे इस विवादास्पद मामले के बारे में भी पूछा गया. उन्होंने कहा, ‘यह चयनकर्ताओं का फैसला है.’
शॉ और पडिक्कल अभी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका में हैं, जहां भारतीय टीम शिखर धवन की अगुवाई में तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलेगी. नियमित कप्तान विराट कोहली की अगुआई में भारत चार अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा.
गांगुली ने इसके साथ ही उम्मीद व्यक्त की कि वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के बाकी बचे मैचों को सितंबर में यूएई में आयोजित करने में सफल रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘कुछ नहीं होगा, हम सब कुछ संभाल लेंगे. यह सितंबर में शुरू होगा.’
गांगुली ने फिर से दोहराया कि बीसीसीआई को सभी हितधारकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस साल के आईसीसी टी20 विश्व कप का आयोजन यूएई में करना पड़ रहा है. पहले इसका आयोजन भारत में होना था.
उन्होंने कहा, ‘इस पर खेद होगा, लेकिन किसी ने भी अपने पूरे जीवन में ऐसी परिस्थितियां नहीं देखी हैं. पिछले साल विश्व कप को रद्द कर दिया गया था. यदि इस बार भी विश्व कप कोविड के कारण रद्द होता, तो इससे खेल को बहुत अधिक नुकसान होता. इसलिए हमने सुरक्षित स्थान पर आयोजन का फैसला किया.’
गांगुली को इस साल जनवरी में हृदय संबंधी परेशानी के कारण एंजियोप्लास्टी करवानी पड़ी थी, लेकिन उन्होंने कहा अब वह फिट हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी तरफ से फिट हूं. एक और साल गुजर गया. समय ऐसे ही आगे बढ़ता है. कोविड के इस समय में जितना संभव हो सके घर में रहने का प्रयास करें.'