टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ अपनी बल्लेबाजी के दम पर 'दीवार' और 'मिस्टर भरोसेमंद' के नाम से मशहूर रहे. फिलहाल वह न्यूजीलैंड में हैं, जहां 13 जनवरी से शुरू हो रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में जुटे हैं.
द्रविड़ आज 45 साल के हो गए. उनका जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर में हुआ था. एक दिन पहले ही बेटे समित ने स्कूली क्रिकेट में 150 रन बनाकर अपने दिग्गज पिता को जन्मदिन का शानदार तोहफा दे दिया है.
Commitment, Consistency, Class. Here's wishing a very Happy Birthday to Former #TeamIndia Skipper Rahul Dravid #HappyBirthdayDravid pic.twitter.com/FTgk1SjdT9
— BCCI (@BCCI) January 11, 2018
राहुल द्रविड़ को टीम की हार पसंद नहीं थी. 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट गंवाने के बाद कप्तान द्रविड़ ने गुस्से में ड्रेसिंग रूम में कुर्सी उठाकर फेंकी थी. दरअसल, उस जीत के साथ ही इंग्लैंड की टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर करने में कामयाब रही थी.
द्रविड़ को मैदान पर कम ही गुस्सा करते हुए देखा गया, लेकिन एक बार वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में भड़क उठे थे. 2004 में भारतीय टीम पाकिस्तान दौरे पर थी. इस दौरान मैच फिक्सिंग के सवाल पर उन्हें बहुत गुस्सा आया था. द्रविड़ ने तब कहा था, 'इस शख्स (रिपोर्टर) को कोई बाहर निकालो. ये बकवास है. इस तरह की बातें खेल के लिए खराब हैं.'
FACTS-
-1996 में लाॉर्ड्स में डेब्यू करते हुए सौरव गांगुली ने शतक जमाया था. उसी पारी के दौरान द्रविड़ ने भी पदार्पण करते हुए 95 रन बनाए थे. ऐसा पहला वाकया था, जब दो नवोदित खिलाड़ियों ने एक साथ दो शानदार पारियां खेली थीं.
-टीम इंडिया की ओर से महज दो ही ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर के अलावा द्रविड़ ने टेस्ट 13,288 रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में द्रविड़ ने 10,889 रन बनाए हैं. जिसमें उनके 12 शतक शामिल हैं.
-फील्डर के तौर पर सबसे ज्यादा कैच लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम दर्ज है. उन्होंने 301 पारियों में 210 कैच लपके. महेला जयवर्धने 205 कैचों के साथ दूसरे स्थान पर हैं. जबकि जैक्स कैलिस ने अपने टेस्ट करियर 200 कैच लपके.
- द्रविड़ की कप्तानी में भारत को साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली टेस्ट विजय मिली थी. दिसंबर 2006 दौरे के जोहानिसबर्ग टेस्ट में भारत ने मेजबान टीम को 123 रनों से पीटा था. इसके अलावा द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में भारत को 21 साल बाद टेस्ट में सीरीज जीत हासिल हुई थी.