गाले टेस्ट मैच के तीसरे दिन मेजबान श्रीलंका पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था. लेकिन चंदीमल की सेंचुरी ने श्रीलंका को मैच में वापसी दिला दी है. टीम इंडिया की इस हालत के लिए श्रीलंकाई बल्लेबाजों के अलावा अंपायर भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं.
मैच के तीसरे दिन 18 गेंदों के अंदर अंपायर ने तीन विवादास्पद फैसले दिए. इन फैसलों से पूरी टीम इंडिया तमतमाई नजर आई. कप्तान विराट कोहली समेत सभी खिलाड़ी निराश और खफा नजर आए.
पहला विवादित फैसला
27वें ओवर आर अश्विन फेंक रहे थे. 25वें ओवर में एंजलो मैथ्यूज को पवेलियन का रास्ता दिखाने वाले अश्विन की गेंद पर चंदीमल ने स्वीप शॉट खेला. शॉर्टलेग पर कैच से पहले गेंद चंदीमस के पंजे पर लगकर बल्ले से लगी. रिप्ले में साफ नजर आ रहा था कि गेंद बल्ले से लगी थी लेकिन अंपायर ने अपनी उंगली नहीं उठाई और चंदीमल को बड़ा जीवनदान मिला.
दूसरा विवादित फैसला
अगले ओवर में अमित मिश्रा ने लेग ब्रेक गेंद फेंकी, लहिरु थिरिमने के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेने के बाद गेंद सिली प्वॉइंट फील्डर के पास गई लेकिन एक बार फिर अंपायर ने अपील ठुकरा दी.
तीसरा विवादित फैसला
लंच से पहले एक बार फिर चंदीमल भाग्यशाली रहे जब ड्राइव करने के चक्कर में गेंद सिली प्वॉइंट पर खड़े फील्डर के पैर पर लगकर हवा में उछली और गेंदबाज ने कैच लपका. यह फैसला तीसरे अंपायर तक भी गया लेकिन रिप्ले में साफ नजर आने के बाद भी फैसला बल्लेबाज के हक में गया.
कप्तान कोहली इन फैसलों से बहुत निराश नजर आए. लंच से पहले इन तीन फैसलों ने मैच की सूरत टी ब्रेक तक बिल्कुल बदल डाली. इन जीवनदान के साथ चंदीमल ने सेंचुरी जड़ी और थिरिमने 44 रन बनाकर आउट हुए.