मुंबई में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से वानखेड़े की विकेट पर कवर बिछे हुए हैं. मुंबई में 3 दिसंबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट के पहले दिन भी मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी की है. हालिया कंडीशन के हिसाब से कीवी टीम के तेज गेंदबाजों को वानखेड़े की विकेट से कुछ मदद मिलने की उम्मीद है. साउदी ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिच पर लंबे समय से कवर होने की वजह से स्विंग मिलने की उम्मीद जाहिर की है.
न्यूजीलैंड के सीनियर तेज गेंदबाज टिम साउदी का मानना है कि यहां तापमान गिरने और लंबे समय तक कवर बिछे होने से तेज गेंदबाजों को स्विंग मिलेगी. साउदी ने पिछले टेस्ट में कानपुर की सपाट पिच पर भी भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया था. ऐसी संभावना है कि वानखेड़े स्टेडियम पर शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में नील वैग्नर को न्यूजीलैंड टीम में शामिल किया जाए. साउदी ने हालांकि इसका कोई ठोस जवाब नहीं दिया.
यह पूछने पर कि भारी बारिश के कारण पिच से गेंदबाजों को कितनी मदद मिलेगी, उन्होंने कहा, 'कुछ कहा नहीं जा सकता. हमें इंतजार करना होगा'. उन्होंने कहा, 'हमें इसके (कंडीशन) अनुकूल ढलना होगा. कवर बिछे होने से स्विंग मिल सकती है'. उन्होंने कहा, ' विकेट काफी समय से कवर के नीचे हैं. देखते हैं कि कल (गुरुवार) कैसा रहता है. उम्मीद है कि गैरी और केन इसका मुआयना करेंगे. यह अलग तरह की चुनौती है, लेकिन विकेट कैसा भी हो, हमें उसके अनुकूल ढलना होगा'
नील वैग्नर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'केन विलियमसन और गैरी स्टीड अगले 24 घंटे में इस पर फैसला लेंगे. दोपहर में विकेट को देखकर और मौसम के अनुसार ही फैसला लिया जाएगा'. साउदी ने कहा कि मुंबई टेस्ट उनकी टीम के लिए नई चुनौती होगा. उन्होंने कहा, 'कानपुर में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन अब वह बीत चुका है. अब हमें नई चुनौती का सामना करना है'.
न्यूजीलैंड टीम ने भारत में अपनी आखिरी टेस्ट जीत 1988 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हासिल की थी. जॉन ब्रेसवेल और रिचर्ड हैडली की शानदार गेंदबाजी की बदौलत कीवी टीम ने भारतीय टीम को मात दी थी.