भारत के लिए साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैच से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज करने वाले हार्दिक पंड्या महज एक साल के भीतर ही टीम इंडिया के लिए बेहतरीन ऑलराउंडर बन कर उभरे हैं. श्रीलंका में टेस्ट डेब्यू के साथ ही पंड्या अब टीम इंडिया के तीनों फॉर्मट्स में स्थान बना चुके हैं.
3 महीनों में 3 बार एक ओवर में जड़े 3 छक्के
इंटरनेशनल क्रिकेट में पंड्या को आए ज्यादा समय नहीं हुए हैं, लेकिन उन्होंने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन के बूते टीम में नई जान फूंक दी है. महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह अब करियर के अंतिम छोर पर हैं. अब फिनिशर के तौर पर पंड्या ही एकमात्र बेहतर विकल्प बनकर उभरे हैं. पंड्या ने चैंपियंस ट्रॉफी में दिखा दिया कि वह गेंद की रफ्तार से नहीं डरते हैं और न ही क्रीज पर टिकने में वक्त लगाते हैं. वह आते ही लंबे शॉट्स खेल सकते हैं.
हार्दिक पंड्या ने पिछले 3 महीनों में 3 बार एक ओवर में 3 छक्के जड़ने का कारनामा किया हैं, जिससे उनमें फिनिशर वाली बात नजर आती है और वक्त के साथ वो इस रोल को और भी अच्छी तरह निभा सकते हैं. श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में फैंस उनसे एक बार फिर ऐसे ही धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं.
इन तीन मौकों पर पंड्या ने खुद को साबित किया बिग हीटर
1. भारत बनाम पाकिस्तान, चैंपियंस ट्रॉफी 2017, लीग मैच, बर्मिंघम लंदन
हार्दिक पंड्या, 6 गेंदों में 20 रन, 3 छक्के (तीनों एक ओवर में लगाए), स्ट्राइक रेट 333
2. भारत बनाम पाकिस्तान, चैंपियंस ट्रॉफी 2017, फाइनल, ओवल लंदन
हार्दिक पंड्या, 43 गेंदों में 76 रन, 6 छक्के (6 में से 3 छक्के एक ओवर में लगाए), स्ट्राइक रेट 176
3. भारत बनाम श्रीलंका, द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज 2017, पल्लेकेले, कैंडी श्रीलंका
हार्दिक पंड्या, 96 गेंदों में 108 रन, 7 छक्के (7 में से 3 छक्के एक ओवर में लगाए), स्ट्राइक रेट 112
साउथ अफ्रीका- इंग्लैंड में साबित हो सकते हैं तुरुप का इक्का
अगले साल भारत को विदेश में साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों के साथ सीरीज खेलनी है ऐसे में हार्दिक पंड्या टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. विदेशी धरती पर भारत को एक ऑलराउंडर की कमी हमेशा खली है. कपिल देव के रिटायर होने के बाद शायद ही यह जगह भर पाई हो. टीम में भले ही कई स्टार स्पिन ऑलराउंडर आए हों, लेकिन विदेशी जमीन पर उनका कुछ खास कमाल नहीं दिखा. लेकिन पंड्या में 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालने की क्षमता है. इसके अलावा अपने बल्ले से वह बॉल को मैदान के किसी भी कोने में भेजने की ताकत रखते हैं. प्रेशर में भी उनका प्रदर्शन काफी उम्दा रहता है.
हार्दिक पंड्या न सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर टीम के लिए तेजी से रन बना सकते हैं बल्कि गेंदबाज के तौर पर भी प्रभावित करते हैं. साथ ही मैदान पर वह अपनी चुस्त और तेज-तर्रार फील्डिंग से टीम के लिए उपयोगी योगदान देते हैं. खेल के मौजूदा स्वरूप खासकर वनडे और टी 20 में कप्तान को ज्यादा से ज्यादा ऑलराउंडर की जरूरत है.
सचिन ने पहचाना टैलेंट
हार्दिक पंड्या का मानना है कि उनके टैलेंट को सबसे पहले सचिन तेंदुलकर ने पहचाना था. सचिन ने उनसे कहा था कि वह डेढ़ साल के अंदर देश के लिए खेलेंगे. आईपीएल 2015 के दौरान सचिन ने मुझसे कहा कि अगर तुम अपना मौजूदा फॉर्म जारी रखो तो साल भर में टीम इंडिया के लिए खेलने लगोगे. सचिन की ये बात सच साबित हुई और साल भर में ही हार्दिक पंड्या को टीम इंडिया में मौका मिला. उन्होंने 2016 जनवरी में टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैच में डेब्यू किया.