भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट कैंडी के पल्लेकेले स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 90 ओवर में 6 विकेट गंवा कर 329 रन बना लिए हैं. ऋद्धिमान साहा (13 रन) और हार्दिक पंड्या (1 रन) क्रीज पर हैं. पहले दिन शिखर धवन और लोकेश राहुल ने टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 188 रन जोड़ दिए. शिखर धवन ने 119 रनों की शानदार पारी खेली. जबकि लोकेश राहुल ने लगातार 7वीं बार टेस्ट मैच में अर्धशतक जड़ा.इसके अलावा विराट कोहली ने 42 रन बनाए. श्रीलंका की ओर से मलिंडा पुष्पाकुमारा ने 3, लक्षण रंगीका ने 2 और विश्वा फर्नांडो ने 1 विकेट झटका.
भारत के गिरे 6 विकेट
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया को शिखर धवन और लोकेश राहुल ने जबरदस्त शुरुआत दी. दोनों ने पहले विकेट के लिए 188 रन जोड़े.टीम इंडिया को पहला झटका 39.3 ओवर में लगा. जब पुष्पकुमार की बॉल पर लोकेश राहुल (85) को गुणारत्ने ने कैच कर लिया.दूसरे विकेट के रूप में शिखर धवन (119) आउट हुए. 47.1 ओवर में वे पुष्पकुमार की बॉल पर चांडीमल को कैच दे बैठे. धवन के आउट होने के बाद पुजारा (8) को लक्षण रंगीका और अजिंक्य रहाणे (17) को मिलिंदा पुष्पकुमारा ने पवेलियन भेज दिया.
कप्तान विराट कोहली (42) 296 के स्कोर पर पांचवें विकेट के रूप में आउट हो गए.दिन का खेल खत्म होने से थोड़ी देर पहले 87.6 ओवर में अश्विन (31) का विकेट गिरा. उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 322 रन था.पहले दिन मलिंडा पुष्पकुमार 3 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए. इसके बाद लक्षण रंगीका संदाकन रहे जिन्होंने 2 विकेट लिए. विश्वा फर्नांडो को 1 विकेट मिला.
धवन ने जड़ा करियर का छठा शतक
शिखर धवन ने पल्लेकेले टेस्ट के पहले ही दिन लंच के बाद शतक जमा दिया. धवन का यह टेस्ट क्रिकेट में छठा शतक है. धवन अपनी इस पारी के दौरान तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते नजर आए. उन्होंने अपने 100 रन महज 107 गेंदों में पूरे कर लिए. गौर करने वाली बात ये भी है कि धवन के 6 टेस्ट शतकों में सिर्फ एक शतक भारतीय सरजमीं पर आया है बल्कि पांच शतक विदेशी सरजमीं पर आए हैं.
राहुल ने लगाई लगातार 7वीं फिफ्टी
पल्लेकेले टेस्ट की पहली पारी में लोकेश राहुल 85 रन बनाकर आउट हुए. जो उनके टेस्ट करियर की नौवीं फिफ्टी रही. ये लगातार 7वीं इनिंग में लोकेश का 50+ स्कोर रहा. ऐसा करने वाले वे दुनिया के पांचवें बैट्समैन हैं. उनके अलावा एवर्टन वीक्स (वेस्टइंडीज), एंडी फ्लावर (जिंबाब्वे), शिवनारायण चंद्रपॉल (वेस्टइंडीज), कुमार संगकारा (श्रीलंका) और क्रिस रोजर्स (ऑस्ट्रेलिया) भी ऐसा कर चुके हैं.
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लगातार तीसरी बार टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम इंडिया में रवींद्र जडेजा की जगह कुलदीप यादव को शामिल किया गया है. श्रीलंका की टीम में 3 बदलाव हुए हैं लक्षण रंगीका, विश्व फर्नांडो और लाहिरू कुमारा को श्रीलंकाई टीम में शामिल किया गया है.
3 टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों में टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सीरीज में अजेय बढ़त बनाई. अब बारी है इतिहास रचने की. वो कारनामा करने की जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. टेस्ट इतिहास में कोई भी भारतीय कप्तान विदेशी सरजमीं पर 3-0 से सीरीज नहीं जीत सका है. अब विराट कोहली के पास ये मौका है, जिसके लिए उसे पल्लेकेले में जीत का तिरंगा लहराना ही होगा.
पल्लेकेले की पिच
पल्लेकेले की पिच एशिया की तेज पिचों में से एक है. यहां पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है. पिच में उछाल और तेजी दोनों होता है. मुमकिन है कि श्रीलंकाई टीम यहां पर तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरे. टीम इंडिया ने इस मैदान पर कभी टेस्ट मैच नहीं खेला है, ऐसे में इस मैदान की पिच टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें जरूर पैदा कर सकती है. पिछले दो मैचों में टीम इंडिया ने 600 रनों का आंकड़ा पार किया, पल्लेकेले में ऐसा होने के आसार कम ही हैं.
टीम इंडिया के बल्लेबाज-गेंदबाज फॉर्म में
पल्लेकेले में पिच कैसी भी हो लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि टीम इंडिया के बल्लेबाज जबर्दस्त फॉर्म में हैं. चेतेश्वर पुजारा 2 मैच में सबसे ज्यादा 301 रन बना चुके हैं. शिखर धवन के नाम भी 239 रन हैं. रहाणे भी दो मुकाबलों में 212 रन बनाकर जबर्दस्त फॉर्म में हैं. कप्तान विराट कोहली ने भी गॉल टेस्ट में शतकीय पारी खेली थी. टीम इंडिया की बल्लेबाजी में खासा गहराई है. हालांकि इस मैच में रवींद्र जडेजा के ना रहने से टीम इंडिया की बल्लेबाजी नंबर 8 तक रहेगी. गेंदबाजी की बात करें तो अश्विन ने अपनी लय पकड़ी हुई है. पल्लेकेले की पिच पर उमेश यादव और मोहम्मद शमी को मदद मिल सकती है.
टीम इंडिया
मैच से दो दिन पहले तक यहां की पिच बिल्कुल पल्लेकेले स्टेडियम की हरी भरी पिच की तरह लग रही थी. पिच को देखते हुए कोहली भुवनेश्वर कुमार को तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में उतार सकते हैं जो हार्दिक पंड्या की जगह ले सकते हैं. भुवनेश्वर ने कोहली की कप्तानी में टेस्ट टीम में मिले कुछ मौकों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है.
जबकि चाइनामैन कुलदीप यादव को दूसरे स्पिनर के रूप में उतारा जाएगा. कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला की उछालभरी पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया था. पहली पारी में उसके चार विकेट निर्णायक साबित हुए.
श्रीलंका
पिछले कुछ समय से बुरे दौर से गुजर रही श्रीलंकाई टीम ने औपचारिकता के इस मैच में हरी भरी पिच तैयार की है. हालांकि खराब मौसम के कारण भारतीय टीम अभ्यास नहीं कर सकी. श्रीलंका ने तेज गेंदबाज दुष्मंता चामीरा और लाहिरू गामेगे को टीम में जगह दी है जो घायल नुवान प्रदीप और रंगाना हेराथ की जगह लेंगे.
श्रीलंका ने पहले दो टेस्ट मैचों में सिर्फ एक पारी में 300 का आंकड़ा पार किया है. पिछले टेस्ट मैच में दिमुथ करुणारत्ने और कुशल मेंडिस के शतकों की बदौलत श्रीलंका ने कुछ लाज बचाई थी. पिछले मैच में जरूर श्रीलंका हार गई थी, लेकिन दूसरी पारी में उसकी बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया था. यही उसके लिए तीसरे मैच में सकारात्मक पहलू है.