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माइकल क्लार्क ने कहा- कोहली हैं स्मिथ से बेहतर वनडे बल्लेबाज, हार से नहीं डरते

क्लार्क ने कहा, मौजूदा टीम इंडिया में निश्चित तौर पर आक्रामकता है. कोहली बेहद आक्रामकता के साथ टीम की अगुवाई करते हैं और जीत की कोशिश करते हुए हारने से भी नहीं डरते.

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एमएस धोनी, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह
एमएस धोनी, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह

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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि विराट कोहली की कप्तानी में भारत के प्रदर्शन में सुधार का सबसे बड़ा कारण यह है कि मौजूदा भारतीय कप्तान हार से नहीं डरता और जीत हासिल करने के लिए आक्रामकता के साथ टीम की अगुवाई करता है.

क्लार्क ने मंगलवार को एक चर्चा के दौरान कोहली की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा, मैं हमेशा से सौरव गांगुली की कप्तानी का कायल रहा हूं. वह तारीफ का हकदार है. उन्होंने टीम में एक माहौल तैयार किया जिसे महेंद्र सिंह धोनी और कोहली ने अपने-अपने तरीकों से आगे बढ़ाया.

क्लार्क ने कहा, इस टीम मौजूदा टीम इंडिया में निश्चित तौर पर आक्रामकता है. कोहली बेहद आक्रामकता के साथ टीम की अगुवाई करते हैं और जीत की कोशिश करते हुए हारने से भी नहीं डरते. कोहली और ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा कप्तान स्टीव स्मिथ की बल्लेबाजी और कप्तानी तुलना के बारे में पूछने पर क्लार्क ने स्वीकार किया कि भारतीय कप्तान बेहतर वनडे बल्लेबाज है.

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क्लार्क ने कहा, विराट कोहली वनडे क्रिकेट में बेहतर बल्लेबाज हैं, लेकिन दोनों के बीच मामूली अंतर है. दोनों काफी अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन कप्तान के रूप में यह महत्वपूर्ण होता है कि टीम आपके नेतृत्व में कैसा प्रदर्शन कर रही है. मैं स्मिथ को बेहतर टेस्ट बल्लेबाज मानता हूं.

क्लार्क ने कहा, कोहली बेहतर कप्तान हैं. दोनों युवा कप्तान हैं , लेकिन हमने देखा है कि टेस्ट में स्टीव स्मिथ पूर्वानुमान लगाने में उतने प्रभावी नहीं हैं. भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान गेंदबाजी में बदलाव करते हुए उनके फैसले काफी अच्छे नहीं थे.

आक्रामकता के मुद्दे पर क्लार्क ने कहा कि अगर आस्ट्रेलिया को जीत दर्ज करनी है, तो आक्रामक खेल दिखाना होगा. उन्होंने कहा, भारत के टॉप तीन बल्लेबाज बेहतरीन हैं. वे दुनिया के किसी भी बल्लेबाज जितने बेहतर हैं और अगर ऑस्ट्रेलिया को जीत दर्ज करनी है, तो उसके गेंदबाजों को आक्रामक रुख अपनाना होगा और पहले 10 ओवर में ही भारत के तीन विकेट चटकाने की कोशिश करनी होगी.

ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व वर्ल्ड चैंपियन कप्तान ने कहा, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए भारत दूसरे घर की तरह हैं और अगर वे आगामी सीरीज में यहां सफल रहते हैं, तो हम इंग्लैंड के खिलाफ एशेज में बढ़े हुए मनोबल के साथ उतर पाएंगे.

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