भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा अब टेस्ट के नंबर 1 ऑलराउंडर बन गए हैं. गेंदबाजों की रैंकिंग में जडेजा पहले से ही शीर्ष पर विराजमान हैं. जडेजा से पहले बांग्लादेश के शाकिब अल हसन नंबर एक ऑलराउंडर थे. आपको बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नियमों के उल्लंघन के कारण उनपर एक मैच का बैन लगा है, वह तीसरा टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे.
रविंद्र जडेजा के अब 438 प्वाइंट्स हैं, वहीं शाकिब के 431 प्वाइंट्स हैं. वहीं दूसरी तरफ टेस्ट रैंकिंग में भी जडेजा के 893 प्वाइंट्स हैं और दूसरे नंबर पर चल रहे जेम्स एंडरसन के 860 प्वाइंट्स हैं. गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में रविंद्र जडेजा मैन ऑफ द मैच बने थे. उन्होंने 70 रनों की पारी खेली थी, वहीं मैच में कुल 7 विकेट भी झटके थे.
रविंद्र जडेजा के नंबर वन टेस्ट ऑलराउंडर बनने पर कप्तान विराट कोहली ने भी बधाई दी. कोहली ने ट्वीट किया कि हमारे तलवारबाजी के मास्टर को बधाई हो, शाबाश!
Big Congratulations to our sword master Mr Jadeja for becoming the Number 1 test all rounder with @ashwinravi99. Well done Jaddu! @imjadeja😊
— Virat Kohli (@imVkohli) August 8, 2017
एक मैच का बैन लगने पर जडेजा ने सोमवार को ट्विटर के जरिए उन्होंने अपना दर्द बयां किया. जडेजा ने सोमवार को ट्वीट किया कि 'हम शरीफ क्या हुए, पूरी दुनिया ही बदमाश हो गई'.
कोलंबो टेस्ट के तीसरे दिन, जब श्रीलंका की टीम दूसरी पारी में फॉलोऑन खेलने उतरी, तो उनकी पारी के 58वें ओवर में रवींद्र जडेजा ने अपने फॉलो थ्रू में गेंद को फील्ड करके क्रीज पर मौजूद श्रीलंकाई बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने पर अनावश्यक थ्रो कर दिया, जबकि बल्लेबाज ने रन लेने प्रयास भी नहीं किया था.
जडेजा को आईसीसी की धारा 2.2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. इसका साफ मतलब यह है कि अनुचित या खतरनाक तरीके से किसी भी खिलाड़ी, खिलाड़ी के समर्थक, अंपायर या मैच रेफरी की ओर गेंद या कोई अन्य उपकरण जैसे पानी की बोतल आदि फेंकना गलत है.
इससे पहले जडेजा पर आचार संहिता की धारा- 2.2.11 के उल्लंघन के मामले में अक्टूबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंदौर टेस्ट के दौरान 50 जुर्माने के साथ तीन डिमेरिट प्वाइट लगाए गए थे. तब जडेजा को दो बार अनौपचारिक और एक आधिकारिक चेतावनी भी दी गई थी. वह चौथी बार पिच में सुरक्षित क्षेत्र में घुसे और उसे नुकसान पहुंचाया.