चेन्नई सुपरकिंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि हरभजन सिंह का लगातार गेंदों पर दो विकेट लेना उनकी टीम को महंगा पड़ा जिसके कारण मुंबई इंडियंस 25 रन से जीत दर्ज करके आईपीएल-8 के फाइनल में पहुंचने में सफल रहा.
'भज्जी की दो गेंदों से पलटा पूरा मैच'
फ्लेमिंग ने कहा कि एक समय लग रहा था कि 188 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है लेकिन हरभजन ने सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आउट करके मैच का नक्शा पलट दिया. फ्लेमिंग ने मैच के बाद कहा, 'हम लक्ष्य का पीछा अच्छी तरह से कर रहे थे लेकिन हरभजन की दो गेंदों ने मैच का नक्शा पलट दिया. बड़े लक्ष्य के सामने अगर आप नियमित रूप से विकेट गंवाते हो तो जीत दर्ज करना मुश्किल हो जाता है. हमारे साथ ऐसा ही हुआ. हमने दो बड़े खिलाड़ी रैना और धोनी को गंवा दिया. इसलिए यह टर्निंग प्वाइंट था.'
हरभजन ने पहले क्रीज पर अच्छी तरह से पांव जमा चुके रैना (25) को वापस कैच देने के लिए मजबूर किया और फिर अगली गेंद पर धोनी को एलबीडब्ल्यू आउट किया. उन्होंने 26 रन देकर दो विकेट लिए. फ्लेमिंग ने इसके साथ ही कहा कि मुंबई के लेंड्ल सिमंस (65) और पार्थिव पटेल (35) के बीच पहले विकेट की साझेदारी भी उनकी टीम की हार का कारण रही.
'यह बराबरी का मैच था'
उन्होंने कहा, 'यह कड़ा मैच था. मुंबई को उसके घरेलू मैदान पर हराना मुश्किल है. हमें यह पता था. उन्होंने बहुत अच्छा खेल दिखाया. हमने कुछ मौके बनाए लेकिन वे हमारे अनुकूल नहीं रहे. पहले छह ओवर काफी करीबी थे. हमें शुरू में दो विकेट हासिल करने की जरूरत थी लेकिन उन्होंने पहले विकेट के लिए अच्छी साझेदारी की. मुझे लगता है कि हमने उन्हें 187 रन पर रोककर अच्छा प्रदर्शन किया था. यह बराबरी का स्कोर था.'