ICC U-19 World Cup: ऑस्ट्रेलिया ने अपने अंडर-19 विश्व कप अभियान का शानदार आगाज करते हुए मेजबान वेस्टइंडीज को छह विकेट से मात दे दी. टीम की इस जीत में ऑलराउंडर निवेथन राधाकृष्णन का अहम योगदान रहा. राधाकृष्णन ने तीन विकेट लेने के साथ ही 31 रन भी बनाए.
19 वर्षीय निवेथन का जन्म तमिलनाडु के चेन्नई शहर में हुआ था. लेकिन 10 साल की उम्र में ही वह अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया चले गए. निवेथन भविष्य के लिए बहुत ही आशाजनक खिलाड़ी दिखाई रहे हैं. निवेथन बाएं और दाएं दोनों हाथों दोनों हाथों से बॉल डाल सकते हैं, जो उन्हें काफी खास बनाता है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने 10 ओवर के स्पैल में निवेथन ने 48 रन देकर तीन विकेट चटकाए और अपनी बल्लेबाजी के दौरान भी काफी कॉन्फिडेंस में दिखाई दिए. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 58 गेंदों पर दो चौके की मदद से 31 रनों का योगदान दिया. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोनों हाथ से गेंदबाजी करना एक दुर्लभ चीज है. बहुत कम गेंदबाज ऐसा कर पाए हैं.
आईसीसी के साथ एक साक्षात्कार में युवा खिलाड़ी ने बताया था कि वह अंपायर को सूचित करके दोनों हाथों से गेंदबाजी करने का इरादा रखता है, जो अब तक का नियम रहा है. उन्होंने उन विशेषाधिकारों को याद किया, जो बल्लेबाजों को आधुनिक समय के खेल में मिलते हैं. निवेथन चाहते हैं कि गेंदबाजों को भी इसका उचित फायदा मिले.
निवेथन का मानना है कि उन्हें अंपायर को बताए बिना दोनों हाथों से गेंदबाजी करने में सक्षम होना चाहिए. एक बल्लेबाज भी स्विच-हिट और रिवर्स स्वीप करता है, तो गेंदबाज क्यों नहीं.
मुकाबले की बात करें, तो निवेथन राधाकृष्णन के अलावा टॉम व्हिटनी और कॉपर कोनोली ने भी ने 3-3 विकेट चटकाए, जिसके चलते वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम 40.1 ओवर्स में 169 के मामूली स्कोर पर सिमट गई. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 5.1 ओवर शेष रहते 170 रन बनाकर मैच जीत लिया. सलामी बल्लेबाज टीग वायली 86 रन बनाकर नाबाद रहे. शुक्रवार को ग्रुप-डी के दूसरे मैच श्रीलंका अंडर-19 टीम ने स्कॉटलैंड अंडर-19 टीम को 40 रनों से हरा दिया.