ईशान चंद्रनाथ पोरेल, ये नाम आने वाले दिनों में कई लोगों के जुबान पर चढ़ सकता है. जब भी 2018 अंडर 19 वर्ल्ड कप की बात होगी तो इस खिलाड़ी का नाम जरूर याद किया जाएगा. पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी के बाद उन्होंने फाइनल में भी शानदार गेंदबाजी की. एक समय जब ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी खतरनाक दिख रही थी, तब पोरेल ने लगातार 2 झटके देकर ऑस्ट्रेलिया का मनोबल पहले ही तोड़ा दिया.
पोरेल का ही जलवा था कि ऑस्ट्रेलिया झटके से उबर नहीं पाई और मात्र 217 पर ऑल आउट हो गई. इसके बाद भारत ने मनजोत की शानदार बल्लेबाजी से यह मैच आसानी से जीत लिया. हालांकि आपको बता दें कि पोरेल को आईपीएल नीलामी में किसी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा.
ईशान पश्चिम बंगाल से आते हैं. 5 सितंबर 1998 को हुगली में पैदा हुए थे. ईशान के परिवार में भी खिलाड़ी रहे हैं. इनके दादा, पिता और चाचा. वो सब कबड्डी खेलते थे. लेकिन उन्होंने अपने लिए क्रिकेट का मैदान चुना. 10 साल की उम्र में स्विमिंग करने वाले ईशान के खेल में जब पढ़ाई आड़े आने लगी, तो उन्हें परिवार से पूरा सपोर्ट मिला. उन्हें कोलकाता की क्रिकेट अकेडमी में भेजा गया.
हालांकि पश्चिम बंगाल से होने के बावजूद जब कोलकाता नाइटराइडर्स ने अंडर 19 वर्ल्ड कप खेल रहे युवा खिलाड़ियों पर बोली लगाई तो उसने पोरेल को पूरी तरह नजरअंदाज किया. मावी और कमलेश नागरकोटी को कोलकाता ने अपनी टीम में शामिल किया, लेकिन उनके साथी जोड़ीदार बॉलर पोरेल को नहीं.
आईपीएल नीलामी में शामिल नहीं होने के पीछे एक वजह उनका घायल होना भी रहा. मावी और नागरकोटी ने अपने पेस से पूरी दुनिया का ध्यान अपने ओर खींचा, लेकिन पोरेल के बारे में शुरुआत में इसलिए पता नहीं चल पाया, क्योंकि अंडर-19 वर्ल्ड कप में इंडिया के पहले मैच में ही ये घायल हो गए थे.
अंडर 19 के शुरुआती मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में ईशान सिर्फ 4.1 ओवर ही फेंक पाए थे और फिर घायल होने की वजह से मैदान से बाहर चले गए. इसके बाद उनका खेलना नामुमकिन था.
वहीं कहते हैं न टैलेंट हो तो वापसी मुश्किल नहीं होती पोरेल ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ वापसी की और तेज गेंदबाज ईशान पोरेल ने छह ओवर में 17 रन देकर चार विकेट लिये. पाकिस्तान पर बड़ी जीत में महत्वपूण भूमिका निभाई.