टीम इंडिया ने अपना अजेय सफर जारी रखते हुए रविवार को न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया. इस पूरी सीरीज में टीम इंडिया की गेंदबाजी का दबदबा देखने को मिला. खासतौर पर स्पिनर्स की चौकड़ी के आगे हर टीम पस्त नजर आई. लेकिन इन गेंदबाजों में एक नाम वरुण चक्रवर्ती का है, जिनके लिए ये चैंपियंस ट्रॉफी हमेशा यादगार रहेगी.
अचानक टीम में आए और छा गए वरुण
जब टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपने स्क्वॉड का ऐलान किया था, तो इसमें वरुण चक्रवर्ती का नाम शामिल नहीं था. लेकिन जसप्रीत बुमराह जब चोट से नहीं उबर सके तो आखिरी वक्त में वरुण को टीम का हिस्सा बनाया गया. तब ऐसा कहा गया कि वरुण शायद ही प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन सकें. क्योंकि टीम में पहले से ही तीन क्वालिटी स्पिनर्स मौजूद थे.
पहले दो मैच में नहीं मिला मौका, लेकिन...
चैंपियंस ट्रॉफी के पहले दो मैच यानी बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ वरुण चक्रवर्ती को मौका नहीं मिला. लेकिन सेमीफाइनल में जब टीम इंडिया का दावा पक्का हो गया तो रोहित शर्मा ने लीग के आखिरी मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक दांव चला. वो दांव वरुण चक्रवर्ती का था. 4 स्पिनर्स के साथ टीम इंडिया मैदान में उतरी.
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पहले मैच में ही छा गई मिस्ट्री गेंदबाजी
न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारत ने 250 रनों का लक्ष्य रखा था. लेकिन पूरी कीवी टीम अकेले वरुण चक्रवर्ती से पस्त दिखी. वरुण ने 5 विकेट झटके और न्यूजीलैंड को 205 रनों पर समेट दिया. स्पिन की चौकड़ी और खासतौर पर वरुण की गेंदबाजी ने अपना जलवा बिखेर दिया था.
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इसके बाद वरुण ने सेमीफाइनल में भी अपनी जगह पक्की कर ली. वहां भी उन्होंने निराश नहीं किया. उन्होंने 2 अहम विकेट झटके जिसमें ट्रैविस हेड का विकेट शामिल था, जो भारत के लिए सबसे बड़े हेडेक थे. इसके बाद फाइनल में भी वरुण ने दो विकेट झटके.
दूसरे हाइएस्ट विकेट टेकर
इस चैंपियंस ट्रॉफी में वरुण चक्रवर्ती दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. पहले नंबर पर न्यूजीलैंड के हेनरी हैं जिन्होंने 10 विकेट झटके. लेकिन दूसरे पायदान पर वरुण हैं जिन्होंने 9 विकेट हासिल किए. हालांकि, वरुण ने शुरुआती दो मैच मिस भी किए.
कमबैक हो तो ऐसा ही हो...
साल 2021 की बात है, जब भारतीय टीम कोहली की अगुआई में टी20 विश्व कप खेलने गई थी. इसमें वरुण चक्रवर्ती का चयन हुआ था. कहा गया था कि वो मिस्ट्री स्पिनर हैं. लेकिन वरुण ने निराश किया और भारत ग्रुप स्टेज से बाहर हो गया. उस टूर्नामेंट में वरुण तीन मैच खेले, लेकिन एक भी विकेट नहीं ले सके थे. इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
इसके बाद लगा कि वरुण की अब वापसी मुश्किल है. लेकिन वरुण ने 3 साल कड़ी मेहनत की और टी20 में वापसी की. लेकिन अब उसी दुबई में उन्होंने शानदार कमबैक किया जहां उन्हें बाहर का रास्ता देखना पड़ा था.