अपनी गेंदों से सबसे ज्यादा शिकार करने वाले मुथैया मुरलीधरन का आज (17 अप्रैल) बर्थडे है. दाएं हाथ के इस दिग्गज श्रीलंकाई ऑफ स्पिनर आज 45 साल के हो गए. उन्हें क्रिकेट छोड़े सात साल हो गए, लेकिन क्रिकेट की दुनिया में आज भी उनका खौफ है. तभी तो भारत के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ने वीरेंद्र सहवाग ने कुछ अलग ही अंदाज में ट्वीट कर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.
ट्विटर पर क्या लिखा वीरू ने...
सहवाग ने ट्विटर पर बर्थडे विश करते हुए लिखा है- इस दिग्गज को जन्मदिन की शुभकामनाएं, जिन्होंने न सिर्फ बल्लेबाजों को चौंकाया, बल्कि खुद भी चौंकाऊ दिखे और बल्लेबाज उन्हें देख कर सोचते थे- मौत आया मुरलीधरन....
Happy Birthday to the great man,who not only surprised batsman but himself looked surprised & batsman used to think 'Maut Aaya Muralitharan' pic.twitter.com/nLgfsLpbp4
— Virender Sehwag (@virendersehwag) April 17, 2017
वीरू पर मुरलीधरन का खौफ रहा हावी
अपने जमाने में धमाकेदार बल्लेबाजी से पहचाने जाने वाले वीरेंद्र सहवाग स्वीकार कर चुके हैं कि अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान उन्हें सबसे ज्यादा डर मुथैया मुरलीधरन से लगा. सहवाग ने मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन और लेंथ के कारण उन्हें खतरनाक बताया था.
वीरू को तीसरे तिहरे शतक से रोका था
इस खतरनाक स्पिनर ने सहवाग को तीन बार आउट किया. सहवाग ने श्रीलंका के खिलाफ 11 टेस्ट मैचों में 5 शतक की मदद से 1239 रन बनाए. जिनमें दो दोहरे शतक शामिल हैं. 2009 के मुंबई टेस्ट में मुरलीधरन ने ही सहवाग को 293 रनों के स्कोर पर आउट किया था और उन्हें अपना रिकॉर्ड तीसरा तिहरा शतक बनाने से रोका था. हालांकि उस मैच में सहवाग ने मुरली की काफी धुनाई भी की थी. 2008 में सहवाग ने गॉल टेस्ट में मुरली और अजंथा मेंडिस की जोड़ी के सामने 201 रन बनाए थे और भारत ने वह मैच जीता था.
विवादों में रही मुरलीधरन की गेंदबाजी
गौरतलब है कि मुरलीधरन की गेंदबाजी के तरीके पर सवालिया निशान लगते रहे. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ उनकी हमेशा नोकझोंक होती रही है और यह 1999 में ऑस्ट्रेलिया के श्रीलंका दौरे के समय काफी तेज हो गई. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने अपनी आत्मकथा में मुरलीधरन के मशहूर 'दूसरा' पर भी सवाल खड़ा किया था उन्होंने आरोप लगाया कि आईसीसी ने इसे पूरी तरह परखे बगैर ऐसी गेंदबाजी को इजाजत दे दी.
फिर भी टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा विकेट उनके नाम
मुथैया मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैच खेले और रिकॉर्ड 800 विकेट चटकाए. शेन वॉर्न उनके पीछे हैं, जिनके नाम 708 विकेट दर्ज हैं. वनडे इंटरनेशनल में भी मुरलीधरन ने रिकॉर्ड 534 विकेट निकाले. वसीम अकरम 502 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं.