बीसीसीआई हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में प्रस्तावित भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर असमंजस में है. हिमाचल सरकार ने मैच के लिए सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है. हिमाचल सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर कहा है कि पाकिस्तान के साथ हिमाचल में मैच नहीं कराया जाए. बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने हिमाचल सरकार की दलीलों को खारिज करते हुए कहा कि मैच का वेन्यू एक साल पहले तय होता है. ऐन वक्त पर सुरक्षा का मुद्दा उठाना सरासर गलत है.
उन्होंने कहा, 'मैच के लिए स्टेडियम का सेलेक्शन एक साल पहले हुआ था. आखिरी समय में राज्य सरकार सुरक्षा देने में असमर्थता जता रही है जो कि गलत है. इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.'
हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र के पत्र के जवाब में बीसीसीआई के सचिव ने कहा कि जो लोग अभी मैच के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं वही कारगिल के बाद पाकिस्तानियों के साथ तस्वीरें खींच रहे थे. उन्होंने कहा, 'खेल को खेल ही रहने दिया जाए.'
वीरभद्र ने गृह मंत्री को लिखी है चिट्ठी
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को बीसीसीआई से भारत और पाकिस्तान के बीच धर्मशाला में 19 मार्च को होने वाले वर्ल्ड टी20 चैंपियनशिप के मैच को रद्द करने या फिर किसी अन्य स्थान पर आयोजित करने के लिए कहा था. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी भी लिखी है. वीरभद्र सिंह ने लिखा है कि हिमाचल प्रदेश के बहुत से जवान पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहे हैं और कई देश के लिए शहीद हुए हैं. वीरभद्र ने कहा कि हम अपने जवानों की शहादत का सम्मान करते हैं ऐसे में क्रिकेट मैच के पक्षधर नहीं हैं. इसलिए हिमाचल में पाकिस्तान के साथ कोई मैच नहीं कराया जाए.