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Vijay Merchant Trophy: घरेलू क्रिकेट पर कोरोना की मार, बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट को किया स्थगित

भारत में कोरोनावायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन कहर बरपा रहा है. इस नए वैरिएंट का अब खेलों पर असर दिखना शुरू हो चुका. इसी कड़ी में भारतीय  क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने विजय मर्चेंट अंडर-16 टूर्नामेंट को स्थगित करने का फैसला किया है.

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Jay Shah (getty)
Jay Shah (getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोनावायरस से भारतीय क्रिकेट का घरेलू सत्र प्रभावित 
  • बीसीसीआई ने विजय मर्चेंट ट्रॉफी को किया स्थगित 

Vijay MerchantTrophy: भारत में कोरोनावायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन कहर बरपा रहा है. इस नए वैरिएंट का अब खेलों पर असर दिखना शुरू हो चुका. इसी कड़ी में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने विजय मर्चेंट अंडर-16 टूर्नामेंट को स्थगित करने का फैसला किया है. यह टूर्नामेंट 9 जनवरी से देहरादून में खेला जाना था.

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यह लगातार दूसरा वर्ष है जब टूर्नामेंट स्थगित हुआ है.  पिछले साल भी महामारी की भयानक स्थिति के कारण यह आयोजित नहीं होने बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पहले ही संकेत दे दिया था कि बोर्ड टूर्नामेंट को स्थगित कर सकता है और बाद में 30 दिसंबर को इसकी पुष्टि की गई.

भारत पहले से ही इस महामारी की दो खतरनाक लहरों से जूझ रहा है. पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना के मामलों में भी अचानक वृद्धि देखी जा रही है. 29 दिसंबर को 13,154 मामले रिपोर्ट किए गए थे, जो सात हफ्तों में सबसे बड़ा आंकड़ा था.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत में पिछले सप्ताह लगातार 8,000 से अधिक दैनिक सामने आए हैं. कुल मिलाकर पॉजिटिविटी दर 0.92% है. 26 दिसंबर के बाद से देश में रोजाना 10,000 मामले सामने आ रहे हैं.

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आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 29 दिसंबर को भारत में एक्टिव कोरोना मामलों की संऊ 82,402 थी, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,80,860 हो गई. गुरुवार सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में 263 और महाराष्ट्र में 252 नए केसों के साथ ओमिक्रॉन मामलों की संख्या बढ़कर 961 हो गई.

बीसीसीआई ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 2021-22 के  अंडर -16 टूर्नामेंट के लिए अधिक उम्र के खिलाड़ियों को भी खेलने की अनुमति दे दी थी. बीसीसीआई ने इसके पीछे की वजह खिलाड़यिों के कोरोना के चलते खेलने के लिए उपलब्ध ना होना बताया था.

बोर्ड ने 16.5 वर्ष की आयु सीमा से ऊपर के लगभग 60 खिलाड़ियों की पहचान की थी. चार महीने की देरी के चलते अधिक उम्र होने के बावजूद कुछ खेल संघों ने टूर्नामेंट में इन खिलाड़ियों को खेलने देने का अनुरोध किया था, जिसके बाद बोर्ड ने यह फैसला किया था.


 

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